महाकुंभ जैसी भगदड़ की घटना दोबारा न हो इस पर फोकस
Delhi Breaking News (आज समाज), नई दिल्ली। दिल्ली देश की राजधानी होने के साथ-साथ एक महानगर भी है। भारत के ज्यादात्तर राज्यों को रेवले व सड़क यातायात से यह जोड़ती है। यही कारण है कि इसपर दैनिक यात्रियों का काफी ज्यादा दवाब रहता है। बात बस यातायात की हो या फिर रेलवे के सफर की यहां पर हमेशा भीड़ रहती है। खास अवसरों पर यह दवाब और भी ज्यादा बढ़ जाता है। जिस कारण कई बार हादसा होने का डर बना रहता है। ऐसा ही हादसा इस बार महाकुंभ के दौरान 15 फरवरी को हुआ। दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 यात्रियों की मौत ने रेलवे प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।
भविष्य में हादसों से बचने के लिए रेलवे हुआ सतर्क
भविष्य में ऐसी अप्रिय घटनाएं न हों, इसके लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थाई व्यवस्था करने की तैयारी है। इसके लिए स्टेशनों पर कमियों की पहचान कर उन्हें दूर करने के लिए अध्ययन कराने का निर्णय लिया गया है। होली के त्यौहार से पहले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ने के लिए यात्रियों को संघर्ष करना पड़ा।
बुनियादी ढांचा विकसित करने के दिए आदेश
रेलवे बोर्ड ने उत्तर रेलवे को पत्र लिखकर बड़े स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के लिए बुनियादी ढांचा विकसित करने का निर्देश दिया है। अभी नई दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल जैसे बड़े स्टेशनों पर त्योहारों के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अस्थायी वेटिंग रूम बनाए जाते हैं।
स्थाई होल्डिंग एरिया बनाया जाए
इनकी जगह स्थायी होल्डिंग एरिया बनाने को कहा गया है। इसी तरह सीसीटीवी और कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और कंट्रोल रूम बनाने को कहा गया है। इसके लिए राइट्स नई दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल, गाजियाबाद, अयोध्या और वाराणसी रेलवे स्टेशनों पर अध्ययन करेगी। होली त्यौहार के मद्देनजर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पूर्वा एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ने के लिए संघर्ष करते यात्री। इसकी रिपोर्ट के अनुसार, जरूरी कदम उठाए जाएंगे। अभी होली के कारण रेलवे स्टेशनों पर भीड़ रहती है, जिसे संभालने के लिए बड़े स्टेशनों पर खास निगरानी की जा रही है।
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