Aaj Samaj (आज समाज),Piet College Panipat, पानीपत : अगर शिक्षक यह सोचते हैं कि आवाज ऊंची करके कक्षा में बच्चों को बेहतर पढ़ाया जा सकता है तो उन्हें अपने में बदलाव लाना होगा। दरअसल, आवाज से नहीं श्रद्धा से पढ़ाई होती है। बच्चों में आपके प्रति श्रद्धा है, सीखने की जिज्ञासा है तभी वे पढ़ सकेंगे। आप देखेंगे कि जब गुरुजनों के प्रति श्रद्धा होगी तो आवाज कम होने पर भी आपकी बात दूर तक सुनी जाएगी। बच्चे क्लास में आएंगे। यह बात दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल के पूर्व कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत ने यहां पाइट कॉलेज में आयोजित शिक्षक दिवस समारोह में कही।
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बच्चों की नेक्स्ट लेवल लर्निंग होगी तभी वे सही मायने में आगे बढ़ सकेंगे
उन्होंने कहा कि शिक्षक इन दिनों केवल सूचना ही आगे बढ़ा रहे हैं। बरसों पुराने नोट्स ही क्लास में दिए जा रहे हैं। शिक्षक और फोटोकॉपी मशीन में कोई अंतर नहीं रह गया। बच्चों की नेक्स्ट लेवल लर्निंग होगी तभी वे सही मायने में आगे बढ़ सकेंगे। अगर किसी देश की तरक्की देखनी हो तो उसके दस स्कूल में निरीक्षण कर लिजिए। वहां आपको पता चल जाएगा कि क्या यह देश तरक्की कर पाएगा या नहीं। इस अवसर पर चेयरमैन हरिओम तायल, निदेशक डॉ.जेएस सैनी, सचिव सुरेश तायल, वाइस चेयरमैन राकेश तायल, बोर्ड सदस्य शुभम तायल, डीन डॉ.बीबी शर्मा मौजूद रहे। शिक्षकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दीं। फन गेम्स के विजेताओं को सम्मानित किया गया।
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