Pesticide Manufacturing Company : कृषि विभाग की टीम ने पेस्टिसाइड बनाने वाली कंपनी पर की छापेमारी, फर्जी नाम से किया जा रहा था पेस्टिसाइड का निर्माण

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कृषि उप निदेशक डॉ आदित्य प्रताप डबास
कृषि उप निदेशक डॉ आदित्य प्रताप डबास
Aaj Samaj (आज समाज), Pesticide Manufacturing Company, करनाल, 2अगस्त, इशिका ठाकुर :
कृषि विभाग की टीम ने पेस्टीसाइड बनाने वाली कंपनी पर की छापेमारी, कम्पनी द्वारा नामों से किया जा रहा था निर्माण, कृषि विभाग के उपनिदेशक आदित्य डबास की मौजूदगी में की गई छापेमारी।

कंपनी के पास कोई भी लाइसेंस नहीं

करनाल कृषि विभाग की टीम ने मंगलवार को तरावड़ी के गांव बीड़ नड़ान स्थित पेस्टीसाइड बनाने वाली कंपनी पर छापेमारी की, छापेमारी के दौरान टीम ने फैक्ट्री में पाया कि कृषि विभाग द्वारा कीटनशक, खाद व खरपतवार नाशक दवा बनाने का लाइसेंस जारी किया हुआ हैं, लेकिन फैक्ट्री में दूसरे नाम के पेस्टीसाइड बनाने का काम चल रहा था, जिनकी कोई वैधता नहीं। कंपनी द्वारा तीन ऐसी दवाइयों का भी निर्माण किया जा रहा था जिनक निर्माण संबंधी कंपनी के पास कोई भी लाइसेंस नहीं है। छापेमारी के दौरान  पाया गया कि फर्जी नाम वाले उत्पादों पैक किया जा रहा था। इस संबंध में जब कृषि विभाग की टीम द्वारा कंपनी से जानकारी मांगी गई, जिसके बारे में कोई जानकारी टीम को नही मिल सकी। जिसके बाद कृषि अधिकारी ने सम्बधित थाने में सूचना देकर आगामी कार्यवाही शुरू कर दी।

कृषि उप निदेशक डॉ आदित्य प्रताप डबास

कृषि उप निदेशक डॉ आदित्य प्रताप डबास ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा  निरीक्षण के दौरान दवा उत्पादों पर निर्माता कंपनी का लिखा नाम फर्जी था। जिनको सील कर सैंपल लिए गए हैं। फैक्ट्री में चल रही भारी अनिमितताओं को देखते हुए कृषि विभाग को सिफारिश की जाएगी कि फैक्ट्री का लाइसेंस रद्द किया जाए। इसके अलावा पुलिस को सूचना दी गई है ताकि आगामी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जा सकें। दूसरे नाम की दवा बनाने काम कब से चल रहा था, कितनी सप्लाई अब तक जारी की गई, इन सबका पता लगाया जा रहा हैं। क्योंकि फैक्ट्री में दूसरे निर्माता के नाम के जो उत्पाद मिले हैं, उनकी वैधता के बारे में कोई जानकारी नहीं हैं ओर न हीं विभाग द्वारा इस फैक्ट्री में जिन नाम से उत्पाद तैयार किए जा रहे थे उनके निर्माण का लाइसेंस जारी किया गया है।