Periods At Early Age: जानें लड़कियों को कम उम्र में क्यों आ रहे पीरियड्स, कैंसर जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहीं युवतियां

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Periods At Early Age जानें लड़कियों को कम उम्र में क्यों आ रहे पीरियड्स, कैंसर जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहीं युवतियां
Periods At Early Age : जानें लड़कियों को कम उम्र में क्यों आ रहे पीरियड्स, कैंसर जैसी बीमारियों की चपेट में आ रहीं युवतियां

Reason of Periods At Early Age, (आज समाज), मुंबई: आज के समय में कम उम्र में ही लड़कियों को पीरियड्स आ रहे हैं, क्या आपको पता है इसकी क्या वजह है। अब तक कई रिसर्च में सामने आ चुका है कि 9 से 11 साल की उम्र की लड़कियों को पीरियड्स आने शुरू हो गए हैं। हालांकि लड़कियों को पीरियड्स आना कोई बड़ी बात है, लेकिन अगर यह छोटी उम्र में शुरू हो जाए तो चिंताजनक माना जाता है।

ऐसी लड़कियों की संख्या दोगुना से भी ज्यादा

रिसर्चर्स के अनुसार 11 साल की उम्र से पहले पीरियड आने वाली लड़कियों की संख्या 8.6 फीसदी से बढ़कर 15.5 फीसदी हो गई है और 9 साल की उम्र से पहले पीरियड्स आने वाली लड़कियों की संख्या दोगुना से भी ज्यादा हो गई है। ऐसे में अब लड़कियों में कैंसर से लेकर अन्य घातक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है।

पहले के टाइम में जानें किस उम्र में शुरू होती थी यह प्रक्रिया

पुराने जमाने में जहां पीरियड्स 11 से 15 वर्ष की उम्र में शुरू होते थे, वहीं आजकल कई लड़कियों को उनका पहला पीरियड महज 9 साल की छोटी सी उम्र में ही आ जाता है. यह आगे चलकर लड़कियों की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है और आज कल के माता-पिता को क्या करना चाहिए।

अमेरिका में लड़कियों को 6 महीने पहले आ रहा पीरियड

एक अमेरिकी रिसर्च के अनुसार, यूएसए में लड़कियों को उनका पहला पीरियड 1950 और 60 के दशक की तुलना में औसतन लगभग 6 महीने पहले आ रहा है। इस रिसर्च के अनुसार, लड़कियों में अब 9 साल की उम्र में पीरियड्स शुरू हो जाते हैं। रिसर्चर्स ने 71,000 से ज्यादा महिलाओं पर यह रिसर्च की थी।

महिलाओं द्वारा साझा किए डाटा में पाया गया है कि 1950 से 1969 के बीच पीरियड 12.5 साल की उम्र से शुरू हो रहा था, वहीं 2000 से 2005 में पीरियड्स 11-12 साल की उम्र में आने लगा था। अब 11 साल की उम्र से पहले पीरियड्स आने वाली लड़कियों की संख्या 8.6% से बढ़कर 15.5% हो गई है और 9 साल की उम्र से पहले पीरियड्स आने वाली लड़कियों की संख्या दोगुना से भी ज्यादा हो गई है।

कई को नहीं आ रहे रेगुलर पीरियड्स, बन रहे कई रोगों का कारण

अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि पीरियड्स के बदलते रुझान को समझना बेहद अहम है। अनुसंधान यानी रिसर्च में यह भी सामने आया है कि अधिकतर लड़कियों को रेगुलर पीरियड्स भी नहीं आ रहे हैं। अनियमित पीरियड्स यानी रेगुलर पीरियड्स न आने की वजह से लड़कियों में बहुत सी बीमारियां बढ़ रही हैं, जिनमें पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) भी शामिल है।

हृदय रोग, मोटापा, गर्भपात व कैंसर आदि का जोखिम

रिसर्च में दावा किया गया है कि लड़कियों में पीरियड्स जल्दी आना उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक है। इसकी वजह से उनमें हृदय रोग, मोटापा, गर्भपात (मिसकैरिज) और जल्दी मृत्यु का जोखिम बढ़ जाता है। साथ ही जल्दी पीरियड्स आने की वजह से ओवेरियन और ब्रेस्ट कैंसर जैसे तमाम कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। रिसर्चर के मुताबिक, अगर किसी लड़की को 12 साल की उम्र से पहले पीरियड्स शुरू हो जाते हैं तो उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 20% बढ़ जाता है।

कारण

जल्दी पीरियड्स आने के कई कारण: लड़कियों को जल्दी पीरियड्स आने के एक नहीं बल्कि कई कारण हैं, जिन्हें समझना बहुत जरूरी है। रिसर्चर्स ने उदाहरण देते हुए समझाया है कि इसका एक पहलू लड़कियों में बढ़ता मोटापा है। अब छोटी-छोटी उम्र के बच्चे भी मोटापे का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में जो लड़कियां बचपन से मोटी होती हैं, उनमें जल्दी पीरियड्स आने का खतरा बहुत ज्यादा होता है।

तनाव भी बड़ा कारण: साथ ही तनाव भी इसका बड़ा कारण है। रिसर्चर्स का कहना है कि जब हमें तनाव ज्यादा होता है तो हमारे शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन और एण्ड्रोजन हार्मोन ज्यादा रिलीज होते हैं. फैट टिशू इन हार्मोंनों को एस्ट्रोजन में बदल देता है, जो ब्रेस्ट को बढ़ाता है। एस्ट्रोजन के रिलीज के स्तर में आया यह बदलाव भी शरीर में पीरियड्स शुरू होने का संकेत देता है।

पर्यावरण में फैले केमिकल्स भी वजह: हमारे पर्यावरण में बुरी तरह फैले केमिकल्स भी पीरियड्स के जल्दी आने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आजकल लड़कियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कॉस्मैटिक प्रोडक्ट्स भी इसको बढ़ावा देते हैं।

उपाय

फलों व सब्जियों से भरपूर एक हेल्दी डाइट: रिसर्चर के अनुसार माता-पिता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चे फलों व सब्जियों से भरपूर एक हेल्दी डाइट हैं। हेल्दी व कंप्लीट डाइट लेना समय से पहले प्यूबर्टी और पीरियड्स के आने के जोखिम को घटाने में मदद कर सकता है।

रेगुलर एक्सरसाइज, पर्याप्त नींद: डाइट के साथ-साथ रेगुलर एक्सरसाइज, पर्याप्त नींद भी बहुत जरूरी है. अगर आप इन दोनों चीजों का भी ध्यान रखते हैं तो जल्दी प्यूबर्टी और पीरियड्स के खतरे को घटाया जा सकता है. कुछ रिसर्च में देर से सोने और कम नींद लेने को भी जल्दी प्यूबर्टी आने से जोड़ा गया है.

माता-पिता पहले से दें जानकारी: रिसर्चर कहते हैं कि माता-पिता को अपने आपको इस तरह की स्थिति के लिए हमेशा तैयार रखना चाहिए और इसके साथ ही उन्हें अपने बच्चों को भी पहले से ही इसका जानकारी देनी शुरू कर देनी चाहिए, जिससे वह किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहें।