इशिका ठाकुर,करनाल:
बॉन्ड पॉलिसी को लेकर लगातार एमबीबीएस के छात्रों का प्रदर्शन जारी, आज हुए 49 दिन अभी तक नही आया कोई भी मिलने जिला सचिवालय के सामने बैठकर कर रहे प्रदर्शन कई बार हो चुकी है सरकार से बातचीत नहीं बनी अभी तक सहमति जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी इसी तरह से जारी रहेगा छात्रों का प्रदर्शन । मेडिकल छात्रों के साथ होने वाले अन्याय की बात उठाएं। क्योंकि यह देश के भविष्य का सवाल है।
छात्रों की ये है मुख्य मांगें-
सरकारी कॉलेज से पास आउट छात्रों के लिए सिर्फ एक साल सरकारी अस्पताल में नौकरी का प्रावधान हो। -डिग्री पूरी होने के दो माह के अंदर पोस्टिंग दी जाए। वर्ना स्टूडेंट को बॉन्ड से मुक्त किया जाना चाहिए। कोई छात्र इस पोस्टिंग को जॉइन नहीं करता है तो बॉन्ड उल्लंघन की राशि अधिकतम 10 लाख होनी चाहिए। बैंक द्वारा छात्र के नाम पर लोन उस स्थिति में सेक्शन किया जाना चाहिए, जब वह सरकारी पोस्टिंग को ठुकराता है। छात्र को कहीं पीजी सीट एमडी, एमएस में दाखिला मिल जाता है तो उसे पीजी कोर्स पूरा करने के बाद सेवा पूरी करने की अनुमति दी जाए।
एम बी बी एस के छात्रों का कहना है कि सरकार से हमारी कई बार बात चीत हुई है मगर उसमे कोई भी समाधान अभी तक नही निकल सरकार हमे गारंटी दे मगर सरकार बात माने के लिए तैयार नही है जब भी यहाँ पर मुख्यमंत्री ,उप मुख्यमंत्री या फिर मंत्री किसी प्रोग्राम में आते है तो यहाँ का प्रशासन हमे मिलने नहीं देते आखिर हम इतने पैसे कहा से लाये जब तक सरकार हमारी बात नही मानेगी हम इसी तरह से जिला सचिवालय के सामने बैठे रहेंगे और अब हम अपनी आवाज को जनता के बीच भी रखेगे ।
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