प्रकृति से दूरी के कारण पड़ रहा है लोगो की सेहत पर असर

0
323
People's health is being affected due to distance from nature
People's health is being affected due to distance from nature

आज समाज डिजिटल,अम्बाला :
पहला सुख निरोगी काया है। लेकिन आज हर इंसान अपने जीवन में इतना व्यस्त हो गया है कि अपनी सेहत पर ही ध्यान नहीं देता है। ध्यान न देना ही ज्यादातर बीमारियों का कारण है।

अच्छी सेहत के लिए स्वच्छ हवा, पानी, हैल्दी खानपान, और स्वच्छ जगह जरूरी है। इसके लिए अपने परिवार के सभी लोगों, बच्चे, बुजुर्गों आदि को जागरूक किया जाना चाहिए। जागरूकता का अभाव भी एक कारण है। ऐसा कर परिवार-समाज को रोग मुक्त किया जा सकता है।

प्रकृति के 5 डॉक्टर

हमारी प्रकृति में भी पांच डॉक्टर हैं। इनमें पानी, हवा, पृथ्वी, धूप और आहार है। अगर हम इनकी सुरक्षा करेंगे तो अपनी भी सुरक्षा होगी। आज स्थिति ऐसी है कि स्वच्छ हवा और पानी मिलना भी एक चुनौती भरा काम है। अपने देश में करीब 21 करोड़ लोगों को साफ पीने का पानी नहीं मिलता है। इससे कई तरह की बीमारियां होती हैं। इसी तरह दूषित हवा भी गंभीर रोगों का कारण बन रही है। अपने देश के कई शहर दुनिया के शीर्ष प्रदूषित शहरों में शामिल है। इसी तरह पृथ्वी प्रदूषित है तो उपजने वाले अन्न भी हमें स्वस्थ नहीं रख पाएगें।

आदतों में बदलाव से रहेंगे सेहतमंद

हम जिस दिनचर्या में हैं, काम करने का तरीका ही तनाव दे रहा है। एक व्यक्ति इसे ठीक नहीं कर सकता है। सभी को इसके लिए पहल करनी होगी। अच्छी आदतों को अपनाएं। अपने शौक को पूरा करें। गाने सुनें, फैमिली के साथ घूमने जाएं। पूरी नींद लें। रोज योग-व्यायाम करें। किसी प्रकार के नशे आदि से बचें।

शरीर खड़ा होने के लिए बना है, हम ज्यादा बैठ रहे हैं

हमारा शरीर ज्यादा समय खड़े रहने के हिसाब से बना है लेकिन आज उल्टा हो रहा है। हम ज्यादा देर बैठ रहे हैं। इससे पॉश्चर और मानसिक रोगों के साथ दूसरे गंभीर रोग हो रहे हैं। इसी तरह हमारा शरीर धूप और प्रकृति के हिसाब से बना है। लेकिन ज्यादातर लोगों को धूप का एक्सपोजर नहीं हो रहा है। दिन-रात का अंतर हम भूल रहे हैं। इससे बॉडी क्लॉक को नुकसान हो रहा है। एयर कंडीशनर कमरों में रहने से शरीर का मेटाबॉलिज्म बिगड़ रहा है। पाचन और हार्मोन के रोग हो रहे हैं।

कुछ देर सेलफोन फ्री टाइम तय करें

मोबाइल की कुछ बुराइयां भी हैं। यह आपको व्यस्त रखता है। इससे बचने के लिए दिन में एक-दो घंटे सेलफोन फ्री टाइम तय करें। यह सुबह या शाम का हो सकता है। आप वॉक पर जाएं तो मोबाइल घर या कार में रखें। बेडरूम को नो मोबाइल जोन बना सकते हैं।

सकारात्मकता से संभव

जीवन की सबसे अच्छी सुंदरता है कि आप अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाएं। इससे आप हर तरह की बुराइयों से बच सकते हैं। आदतें भी अच्छी हो सकती हैं। आप व्यवस्थित हो सकते हैं। यह तब हो सकता है जब आप सकारात्मक रहेंगे। यह आपको मानसिक और शारीरिक बीमारियों से भी बचाता है। सुखी रहने के लिए सकारात्मकता अनिवार्य शर्त है।

यह भी पढ़ें : सांसद कार्तिक शर्मा ने श्रमिकों का मुद्दा सदन में उठाया

यह भी पढ़ें : मोदी सरकार अंग्रेजी हकूमत की तरह कर रही है काम:कुलदीप शर्मा

यह भी पढ़ें : ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड के लिए प्रधानमंत्री को 27अप्रैल तक भेजें सुझाव : डीसी

Connect With Us: Twitter Facebook