टीबी और एचआईवी एड्स जैसी बिमारियों से बचाने के लिए फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को जागरूक होना जरूरी 

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टीबी और एचआईवी एड्स जैसी बिमारियों से बचाने के लिए फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को जागरूक होना जरूरी 
टीबी और एचआईवी एड्स जैसी बिमारियों से बचाने के लिए फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को जागरूक होना जरूरी 
आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। सीएमओ डॉ.जितेन्द्र कादियान ने बुधवार को स्थानीय सैक्टर 25 औद्योगिक क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित जागरूकता कैम्प में बोलते हुए कहा कि टीबी और एचआईवी एड्स जैसी बिमारियों से बचाने के लिए फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को जागरूक होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि सरकार की मंशा है कि समय के साथ-साथ श्रमिकों का उपचार जल्द किया जाए। इसके लिए सरकार मुफ्त में दवाईयां वितरित की जाएगी। यह जागरूक अभियान एक महीने तक चलेगा।

 

 

टीबी और एचआईवी एड्स जैसी बिमारियों से बचाने के लिए फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को जागरूक होना जरूरी 
टीबी और एचआईवी एड्स जैसी बिमारियों से बचाने के लिए फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को जागरूक होना जरूरी

यह मुहिम पानीपत जिले से शुरू हो रही है

उन्होंने बताया कि पानीपत में इतनी सारी फैक्टरियां आदि होते हुए भी माइग्रेटिड मजदूरों की जनसंख्या ज्यादा हैं, इसके बावजूद भी जिला में स्वास्थय विभाग ने अच्छा काम किया है। इसके लिए पानीपत जिले को सराहा भी गया है। उप सिविल सर्जन डॉ.नवीन सुनेजा ने बताया कि हमारा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि यह मुहिम पानीपत जिले से शुरू हो रही है और जिसमें प्रशासन व औद्यागिक संस्थान मिलकर काम कर रहें है। उन्होंने बताया कि अगर हम इसमें कही भी जाकर किसी भी व्यक्ति को इन बिमारियों से बचाकर अगर हम कहीं सफल होते है तो ये हम सबकी जीत है। उन्होंने इस कार्य के लिए हरियाणा चेम्बर आफॅ कॉमर्स की प्रशंसा की।

 

 

टीबी और एचआईवी एड्स जैसी बिमारियों से बचाने के लिए फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को जागरूक होना जरूरी 
टीबी और एचआईवी एड्स जैसी बिमारियों से बचाने के लिए फैक्टरियों में काम करने वाले लोगों को जागरूक होना जरूरी

इंडस्ट्रीज में काम करने वाले लोगों से अपील

सीएमओ डॉ जितेन्द्र कादियान ने इंडस्ट्रीज में काम करने वाले लोगों से अपील करते हुए कहा कि हम आपका यह एक टेस्ट करने के लिए स्क्रूटनी कर रहे हैं, ताकि किसी के अंदर इंफेक्शन या कीटाणु पाए जाते हैं वो किसी बीमारी की फॉर्म में न बदल जाए, ताकि इसके लिए हम पहले से ही तैयार हो जाए। उन्होंने बताया कि हमारा लक्ष्य 2025 तक ऐलिमिनेशन की तरफ इसको खत्म करना हैं। इस मौके पर नोडल अधिकारी डॉ.आशीष, डॉ.अश्वनी, डीपीसी ज्योति, पीडीएम गुरूदत्त और एसटीएस नरेश के साथ अन्य अधिकारी मौजूद रहे।