कहा, अपने खाते की गोपनीयता किसी अनजान से साझा न करें
डीजीपी ने साइबर अपराधों से संबंधित मुद्दों पर लोगों की सहायता के लिए साइबर मित्र चैटबोट लांच किया
Punjab News Update (आज समाज), चंडीगढ़: वर्तमान समय में साइबर क्राइम बहुत तेजी से बढ़ रहा है। साइबर अपराधी भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनकी मेहनत की कमाई कुछ ही क्षणों में साफ कर देते हैं। हमें ऐसे लोगों से सुचेत रहना चाहिए और अपने बैंक खाते व अन्य दस्तावेजों की गोपनीय जानकारी किसी से भी साझा नहीं करनी चाहिए। यह कहना है पंजाब के डीजीपी गौरव यादव का वे गत दिवस साइबर हेल्पलाइन 1930 को और सुदृढ़ करने के लिए अपग्रेडेड काल सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इसके साथ ही डीजीपी ने साइबर अपराधों से संबंधित मुद्दों पर लोगों की सहायता के लिए साइबर मित्र चैटबॉट भी लांच किया।
डीजीपी ने खुद की हेल्पलाइन प्रतिनिधि से बातचीत
हेल्पलाइन की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए, डीजीपी ने उद्घाटन के दौरान 1930 पर ट्रायल कॉल करके हेल्पलाइन की कार्यप्रणाली को समझने के लिए प्रतिनिधि से बात की। उल्लेखनीय है कि साइबर हेल्पलाइन 1930 गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र की नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (सी एफ सी एफ आर एम एस ) है, जिसके माध्यम से इस हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज होते ही साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के पीड़ितों के पैसे तुरंत अपराधियों/संदिग्धों के खातों में फ्रीज किए जा सकते हैं।
2021 से कार्यशील है हेल्पलाइन
उल्लेखनीय है कि पंजाब में यह हेल्पलाइन 1930 सितंबर 2021 में कार्यशील की गई थी। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि इन अत्याधुनिक नवाचारों से साइबर अपराध रिपोर्टिंग में सुधार होगा और वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े मामलों का तेजी से निपटारा सुनिश्चित किया जा सकेगा, जिससे नागरिक डिजिटल दुनिया में सशक्त बन सकेंगे। उन्होंने बताया कि साइबर मित्र चैट बोट दिन-रात सहायता प्रदान करेगा और त्वरित जानकारी तक पहुंच सुनिश्चित करेगा, जिससे नागरिकों की जानकारी की सुरक्षा के लिए गोपनीय रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जा सकेगी।
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