उन्नाव। एक ओर हैदराबाद में पशु चिकित्सक युवती की रेप के बाद हत्या ने आम लोगों का गुस्सा चरम पर पहुंचा दिया था। इसके बाद ही उन्नाव की रेप पीड़िता को उसके आरोपियों ने जिंदा जला दिया। शुक्रवार को उसने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में आखिरी सांस ली। इसके बाद सरकार को पीड़िता के परिवार का ख्याल आया। सरकार की ओर से पीड़िता के परिजनों से मिलने साक्षी महाराज उसके घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी पार्टी पीड़ित परिवार के समर्थन में खड़े हैं। मैंने यह विषय संसद में भी उठाया था। अपराधियों को कड़ी सजा मिलेगी किसी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्नाव का नाम बदनाम किया गया है। हालांकि जब सरकार की ओर से साक्षी महाराज, उन्नाव में यूपी कैबिनेट के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और कमल रानी पीड़िता के घर जा रहे तो उनका लोगों ने विरोध भी किया। कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने इन नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने उन्नाव पीड़िता के परिजनों से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार जैसी भी जांच चाहते हैं, हम वैसी जांच करेंगे। पीड़िता ने जिन लोगों का नाम लिया था, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जाएगा। यह राजनीति का विषय नहीं है। वहीं सफदरजंग के मेडिकल सुप्रिंटेंडेंट डॉक्टर सुनील गुप्लात ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा करते हुए कहा कि शरीर पर जहर और घुटन के कोई संकेत नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम के अनुसार पीड़िता की मौत पूरी तरह जलने की वजह से हुई है।