गुरदासपुर : हैवी लर्निंग लाइसेंस से पक्का बनाने को लेकर लोग लगा रहे एड़ी चोटी का जोर

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गगन बावा, गुरदासपुर :
स्कूटर मोटरसाइकिल कार का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के बाद जो लोग ट्रक वाला बस चलाने के लिए हैवी लाइसेंस बनाने के लिए रीजनल ट्रांसपोर्ट आफिस में आ रहे हैं । उन लोगों को अब हैवी लाइसेंस बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है । बड़ा कारण यह है कि हैवी लर्निंग लाइसेंस बनने के बाद लोगों के हैवी पक्का लाइसेंस बनाने को लेकर अपॉइंटमेंट नहीं मिल रही। इसके चलते बड़ी संख्या में लोग परेशान हो रहे हैं। उधर हैरानी की बात यह है कि इस संबंधी न तो स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर गंभीर है और न ही ट्रांसपोर्ट मंत्रालय देखने वाले मंत्री। कहने को तो राज्य सरकार की ओर से आम जनता को डिजिटल सुविधा देने के चलते लोगों को आजकल घर में ड्राइविंग लाइसेंस रजिस्ट्रेशन कोरियर की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी विभागीय कामों में सही सिस्टम न होने के कारण प्रदेश भर में जनता परेशान होती है।
नौकरी लगी दाव पर :
हैवी लाइसेंस बनवाने के बाद अधिकतर लोग बस ट्रक और हैवी वाहन चलाने को लेकर विभिन्न कंपनियों ट्रांसपोर्टरों के पास काम कर रहे हैं, यहां तक कि स्कूली बसें चलाने के लिए भी ड्राइवरों को हैवी लाइसेंस की आवश्यकता रहती है। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से हैवी लाइसेंस संबंधी सिस्टम सही न करना आम जनता के लिए परेशानी बना हुआ। मुक्तसर के मुआना में ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल भी आॅनलाइन अप्वाइंटमेंट लोगों को नहीं दे रहा है। 30 स्लॉट हर जिले को दिए जा रहे हैं जो 2 मिनट में ही आॅनलाइन बुक हो जाते हैं। ऐसे में लोगों को हैवी लाइसेंस बनाने को लेकर कई कई महीने इंतजार करना पड़ रहा है। इस सबके बीच अधिकतर लोगों की नौकरी भी दांव पर लग चुकी है। गुरदासपुर के दीनानगर निवासी सुनील कुमार का कहना है कि हैवी लाइसेंस न बनने के कारण उसे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।
यह है मुख्य समस्या :
गुरदासपुर जिले की अगर बात करें तो यहां पर सैकड़ों युवाओं ने हैवी लाइसेंस के लिए रिजनल ट्रांसपोर्ट कार्यालय में आवेदन दिया था। लर्निंग लाइसेंस बनाने को लेकर तो स्थानीय स्तर के ही ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल से सर्टिफिकेट मिल जाता है, जबकि पक्का ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए मुक्तसर के मुआना ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर से इसका 2 दिन कक्षा लेने के बाद हैवी लाइसेंस की सर्टिफिकेट हासिल होते हैं। हालांकि इन दिनों आनलाइन कक्षाएं लगानी पड़ रही हैं, लेकिन इन सबके बीच लोगों को स्लॉट कम होने के कारण अपॉइंटमेंट ही नहीं मिल रही। इसी वजह से जनता परेशान हो रही है। डॉक्यूमेंट अपलोड होने से लेकर वेरिफिकेशन तक सैकड़ों युवाओं के काम फंसे हुए हैं। इसी वजह से लोगों के हैवी लाइसेंस नहीं बन पा रहे।
जिम्मेदारों के खिलाफ होनी चाहिए कार्रवाई :
हैवी ड्राइविंग लाइसेंस बनाना लोगों के लिए पहाड़ तोड़ने के बराबर हो चुका है। इन सब के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ राज्य सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। मुक्तसर व होशियारपुर में आम जनता को आॅनलाइन अप्वाइंटमेंट लेने को लेकर समस्या आ रही है। कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के कारण स्कूल दोबारा से अगर बंद हो गया तो हजारों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
क्या कहते हैं रिजवान ट्रांसपोर्ट अधिकारी :
उधर इस मामले में गुरदासपुर के रीजनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी बलदेव रंधावा का कहना है कि विभाग अपने स्तर पर हैवी लाइसेंस के स्लॉट बढ़ाने संबंधी विचार कर रही है । जैसे ही स्लॉट बढ़ेंगे । लोगों की समस्या भी खत्म हो जाएगी। मामला पहले से ही विभाग के ध्यान में है।