Aaj Samaj (आज समाज), Pentagon Report 2023, नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा विवाद के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ड्रैगन की चाल कम होने का नाम नहीं ले रही है। ड्रैगन ने एलएसी के पास अंडरग्राउंड स्टोरेज सड़कों, गांवों, हवाई क्षेत्रों और हेलीपैड जैसे सीमा बुनियादी ढांचे का विकास जारी रखा है। अमेरिकी रक्षा विभाग (पेंटागन) द्वारा समग्र सैन्य शक्ति पर जारी वार्षिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। इसके मुताबिक, चीन ने भारत के साथ एलएसी पर बड़े पैमाने पर अतिरिक्त सैन्य तैनाती को कम नहीं किया है। सड़कों, गांवों, हवाई क्षेत्रों और हेलीपैड जैसे सीमा बुनियादी ढांचों का निर्माण जारी रखा है।
- अमेरिकी रक्षा विभाग की रिपोर्ट में खुलासा
रिपोर्ट भारत के लिए खतरे की घंटी?
ऐसे में सवाल है कि क्या अमेरिका की यह रिपोर्ट भारत के लिए खतरे की घंटी है। हालांकि, भारत पहले से ही ड्रैगन की चुनौती को लेकर सतर्क है। नई दिल्ली ने मौके पर चीन को उसी की भाषा में जवाब भी दिया है। विदेश मंत्री भी इस संबंध में चीन की करतूतों को सार्वजनिक रूप से कई मंचों से उजागर कर चुके हैं। चीन के सैन्य सीमा बुनियादी ढांचे के विकास पर, पेंटागन ने कहा कि डोकलाम के पास अंडरग्राउंड स्टोरेज फैसिलिटी, एलएसी के सभी तीन क्षेत्रों में नई सड़कें, पड़ोसी भूटान में विवादित क्षेत्रों में नए गांव, पैंगोंग झील पर एक दूसरा पुल व एक सड़क का दोहरीकरण शामिल हैं। इसके अलावा केंद्रीय क्षेत्र के पास एयरपोर्ट और कई हेलीपैड शामिल हैं।
संयुक्त-हथियार ब्रिगेड की तैनाती
अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि चीन ने पिछले साल एलएसी के पश्चिमी क्षेत्र (लद्दाख) में रिजर्व में चार संयुक्त-हथियार ब्रिगेड (सीएबी) के साथ झिंजियांग और तिब्बत सैन्य जिलों के दो डिवीजनों के सपोर्ट वाली एक सीमा रेजिमेंट तैनात की थी। प्रत्येक सीएबी में आमतौर पर टैंक, तोपखाने, वायु रक्षा मिसाइलों और अन्य हथियार प्रणालियों के साथ लगभग 4,500 सैनिक होते हैं। चीन ने अपने अन्य थिएटर कमांडों से पूर्वी क्षेत्र (सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश) में तीन हल्के से मध्यम सीएबी भी तैनात किए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है हल्के सीएबी के कुछ कंपनी पीछे हट गए, तैनात बलों का अधिकांश हिस्सा एलएसी पर यथावत बना हुआ है।
युद्ध के सभी क्षेत्रों में क्षमताएं बढ़ा रहा ड्रैगन
पूर्वी लद्दाख में सैन्य टकराव अब लगातार चौथी सर्दियों में प्रवेश करने के लिए तैयार है। दोनों देशों के बीच 9-10 अक्टूबर को कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के 20 वें दौर में दो प्रमुख आमने-सामने की वार्ता में कोई सफलता नहीं मिली। डेपसांग मैदान और डेमचोक में चार्डिंग निंगलुंग नाला (सीएनएन) ट्रैक जंक्शन को लेकर दोनों पक्षों में कोई सहमति नहीं बन सकी है। पेंटागन ने कहा कि चीन पारंपरिक भूमि, वायु और समुद्र सहित युद्ध के सभी क्षेत्रों में क्षमताओं को बढ़ाकर अपनी सेना का तेजी से आधुनिकीकरण कर रहा है।
यह भी पढ़ें :