कहा, मांग पूरी न हुई तो होगा बड़ा आंदोलन
अभी सरकार पांच तारीख तक खाते में डालती है पेंशन
Himachal News (आज समाज), शिमला : प्रदेश सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। पिछले दिनों जहां प्रदेश के हजारों कर्मचारी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे थे वहीं अब पेंशनर्स ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। पेंशनर्स ने एक तारीख तक पेंशन बैंक खाते में जमा कराने की सरकार को चेतावनी दे डाली है। यह फैसला हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा लिया गया है।
दरअसल शिमला शहरी इकाई की बैठक कालीबाड़ी हॉल में हुई। इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष आत्माराम ने की। बैठक में लगभग 300 पेंशनरों ने भाग लिया और समस्याओं पर चर्चा की। शहरी इकाई के महासचिव सुभाष वर्मा ने बैठक के दौरान बताया कि प्रदेश सरकार के रवैये से पेंशनरों में रोष है।
आमरण अनशन करने की धमकी
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि यदि सरकार एसोसिएशन की मांगे नहीं मानती तो जल्द आमरण अनशन किया जाएगा। महासचिव सुभाष वर्मा ने कहा कि वर्ष 2016 से लंबित पेंशन संशोधन की राशि अब तक जारी नहीं की गई है, जबकि अगला वेतन आयोग 2026 में आना है। इस बीच कई बुजुर्ग पेंशनर दिवंगत हो चुके हैं लेकिन उनकी पेंशन संबंधी समस्या का निदान आज तक नहीं पाया। वर्मा ने कहा कि पेंशन कोई दान नहीं है, यह उनकी मेहनत से अर्जित अधिकार है।
20 को प्रदेशभर में होगा प्रदर्शन
बैठक में एसोसिएशन द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि अपनी लंबित मांगों को लेकर एसोसिएशन सदस्य 20 सितंबर को प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे। वर्तमान में प्रदेश सरकार सभी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन महीने की 5 तारीख तक बैंक खाते में जमा करवा देती है। सीएम सुक्खू का कहना है कि इससे प्रदेश सरकार को प्रति मा कई सौ करोड़ रुपए का लाभ होता है। जोकि प्रदेश को वित्तीय राहत प्रदान करता है।
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