आज समाज डिजिटल,नई दिल्ली :
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जासूसी विवाद को लेकर कहा है कि किसी को भी अपनी सीमा पार नहीं करनी चाहिए। सभी को इस मामले में अवसर प्रदान किया जाएगा। मंगलवार को चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय पीठ ने अदालत की निगरानी में इस मामले की जांच की मांग वाली अर्जी पर सुनवाई करते हुए यह बात कही। सरकार का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और याचिकाकर्ताओं से सीजेआई नवी रमन्ना ने कहा, इस मामले में हर किसी को अवसर प्रदान किया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक पेगासस स्पाईवेयर के जरिए सरकार ने नेताओं, एक्टिविस्ट और पत्रकारों की जासूसी कराई है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका दायर करने वालों को सिस्टम में भरोसा रखना चाहिए और समानांतर रूप से सोशल मीडिया पर किसी तरह की बहस से बचना चाहिए। पीठ ने याचिकाकर्ताओं में शामिल विपक्ष के नेताओं और पत्रकारों से कहा कि उन्हें जो कुछ भी इस मामले पर कहना है, अदालत में ही कहना चाहिए। उन्होंने कहा, आप एक बार जब अदालत में आ जाते हैं तो फिर किसी भी मामले पर यहीं कायदे से बहस की जानी चाहिए। इसके अलावा कोर्ट ने मामले की सुनवाई अगले सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी। यानी 16 अगस्त को अब मामले की सुनवाई होगी। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की ओर से अतिरिक्त समय मांगे जाने पर कोर्ट ने अगली तारीख तय की है। इससे पहले पिछले हफ्ते शीर्ष अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि मीडिया रिपोर्ट्स में पेगासस को लेकर जो बातें कही गई हैं, यदि वे सच हैं तो फिर आरोप गंभीर हैं।