Punjab news (आज समाज), चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार पावर ग्रिड से बिजली की उपलब्धता कम करने के लिए नए विकल्प तलाश रही है। इसी के चलते प्रदेश सरकार को फोकस ज्यादा से ज्यादा सौर ऊर्जा उत्पादन की तरफ है। सरकार चाहती है कि लोगों को सस्ती बिजली मुहैया करवाई जाए। इसी के चलते प्रदेश सरकार ने पेडा को ज्यादा से ज्यादा सौर ऊर्जा के प्रोजेक्ट लगाने के निर्देश दिए हुए हैं। दूसरी तरफ पेडा भी किसानों को निर्विघ्न बिजली के लिए सौर ऊर्जा पर केंद्रित होने के लिए जागरूक कर रही है। इसी के चलते प्रदेश के 37 ब्लॉकों में 20 हजार नए सोलर पंप लगाए जाएंगे। पंजाब एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (पेडा) ने इसको लेकर प्रोजेक्ट की तैयारी शुरू कर दी है।
इस योजना के अंतर्गत लगाए जाएंगे सोलर पंप
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान के तहत यह नए सोलर पंप लगाए जाएंगे। प्रदेश के जिन ब्लॉकों में इनको लगाने के लिए योजना बनाई गई हैं, वहां प्रदेश में पानी की कमी को देखते हुए पहले ही सर्वे करा लिया गया है। ये पंप उन ब्लॉकों में ही किसानों को लगाने के लिए दिए जाएंगे, जहां भू-जल स्तर ठीक है। जो किसान लंबे अरसे से आज भी डीजल या मोटर से चलने वाली पंपों का प्रयोग कर खेतीबाड़ी कर रहे हैं, पंजाब एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी उन्हें सोलर युक्त पंपों पर शिफ्ट करना चाहती है।
पेडा के एडिशनल डायरेक्टर राजेश बंसल ने बताया कि सरकार पीएम कुसुम योजना के तहत किसानों को इन सोलर पंप के लिए सब्सिडी भी देती है। सब्सिडी के तौर पर सोलर पंप लगाने में कुल जितना खर्च आता है, उसका 30 प्रतिशत केंद्र, 30 प्रतिशत राज्य सरकार और 40 प्रतिशत किसान को उठाना पड़ता है। यानी किसानों को 60 प्रतिशत तक योजना के अंतर्गत सब्सिडी दी जाती है।
एडिशनल डायरेक्टर राजेश बंसल ने बताया कि सर्वे के अनुसार भू-स्तर मामले में जो सुरक्षित जल स्तर वाले ब्लॉक हैं, उनमें बठिंडा के तलवंडी साबो, संगट और रामपुरा, फाजिल्का के अबोहर, फाजिल्का, खुइंया सरवर, श्रीमुक्तसर साहिब में गिद्दड़बाहा, लांबी, मलौट और श्रीमुक्तसर साहिब, गुरदासपुर में दीनानगर, पठानकोट में बमियाल, धारकलां, नरोट जैयमल सिंह, होशियापुर में होशियापुर, भूंगा, हाजीपुर और महिलपुर, एसबीएस नगर में बलाचौर और सरोया, रोपड़ और माजरी के अलावा अन्य ब्लॉकों में जोकि चिह्नित किए जा रहे हैं, उनमें ये सोलर पंप लगाए जाएंगे।