दोहा। अमरिका और अफगानिस्तान के बीच हो रही शांति वार्ता में अमेरिका अब दोनों देशों में हो रही जंग को विराम देना चाहता है। लेकिन वह चाहता है कि पहले अफगानिस्तान आंतकियों का साथ छोड़ दे। वर्ष 2001 में हमला कर तालिबान को सत्ता से उखाड़ फेंकने वाला अमेरिका अब अफगानिस्तान से अपने हजारों सैनिकों की वापसी करने को तैयार है। शनिवार को शुरू हुई वार्ता के समापन कार्यक्रम की सार्वजनिक रूप से घोषणा नहीं की गई है। यह वार्ता अभी आठवें चरण में है। अफगानिस्तान में होने वाले चुनाव और अमेरिका में 2020 में प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव से पहले वाशिंगटन एक सितंबर तक तालिबान के साथ शांति समझौते की उम्मीद कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, ”हमने बहुत प्रगति की है। हम बात कर रहे हैं।