Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiju, (आज समाज), नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और इससे पहले आज सर्वदलीय बैठक हुई। शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। सर्वदलीय बैठक में 30 राजनीतिक पार्टियों के कुल 42 नेता मौजूद रहे। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सभी दलों से संसद के शांतिपूर्ण सत्र का आह्वान किया है। उन्होंने बैठक के बाद मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि केंद्र सरकार संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान किसी भी विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
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सत्र में शांतिपूवर्क बना रहे माहौल
किरेन रिजिजू ने कहा, संसद में चर्चा के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों ने कई मुद्दे उठाए गए हैं और हम चर्चा को तैयार हैं, लेकिन हम सत्र में सभी का सहयोग चाहते हैं। इस दौरान संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) में शांतिपूवर्क माहौल बना रहे। सदन ठीक से चले और कोई हंगामा न हो। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, संसद का हर सदस्य चर्चा में हिस्सा लेना चाहता है और सभी के सहयोग के साथ ही सभी की इसमें भागीदारी जरूरी भी है। सदन का काम सुचारू रूप से चलना महत्वपूर्ण है।
मंगलवार को संविधान दिवस, नहीं होगा कामकाज
किरेन रिजिजू ने बताया कि शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होने वाला है लेकिन 26 नवंबर संविधान दिवस समारोह है जिसके मद्देनजर मंगलवार को सत्र नहीं होगा यानी लोकसभा और राज्यसभा में कामकाज नहीं होगा। संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, संविधान को अपनाए जाने के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 26 नवंबर को संविधान दिवस दोनों सदनों के सदस्यों के साथ संविधान भवन में सेलिब्रेट किया जाएगा और इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संबोधित करेंगी
जारी करने जा रहे कुछ अहम दस्तावेज
किरेन रिजिजू ने बताया संविधान दिवस पर हम कुछ अहम दस्तावेज जारी करेंगे जिसमें संविधान से जुड़ी कई चीजें पब्लिश होने जा रही हैं। उन्होंने कहा, कई लोगों को पता नहीं है कि संविधान निर्माण से पहले क्या प्रक्रियाएं अपनाई गईं। उन्होंने बताया कि यह पुस्तक कोई साधारण पुस्तक नहीं है। इसमें जो तस्वीरें हैं व विवरण तथा मूल विचार हैं, उन्हें हम सभी को जनता तक पहुंचाने का प्रयास करना होगा।
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