Parliament Winter Session, (आज समाज), नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का आज सातवां दिन है। 25 नवंबर को शुरू हुए सत्र के बाद पिछला लगभग पूरा सप्ताह संभल हिंसा, अडाणी व मणिपुर मुद्दे को लेकर हंगामे की भेंट चढ़ गया है। इसके बाद बीते कल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी दलों संग बैठक की है और इस दौरान संसद के शांतिपूर्वक चलने पर सहमति बनी है। उम्मीद है कि आज से संसद का कामकाज सुचारू रूप से चलेगा, क्योंकि सरकार ने बांग्लादेश की स्थिति व संभल हिंसा जैसे कुछ मुद्दों को शून्यकाल के दौरान उठाने की अनुमति देने पर सहमति व्यक्त की है।
संभल घटना बीजेपी की सोची-समझी रणनीति : अखिलेश
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने इस बीच ने आज कहा, जिस दिन से संसद सत्र शुरू हुआ है, सपा ने संभल की घटना का मुद्दा उठाने की कोशिश की है। सदन नहीं चला, लेकिन हमारी मांग अब भी वही है। उन्होंने कहा हम संभल की घटना पर अपनी बात सदन में रखना चाहते हैं।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि वहां के अधिकारी मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे वो बीजेपी के कार्यकर्ता हों। उन्होंने कहा संभल की घटना बीजेपी की सोची-समझी रणनीति है ताकि लोगों का ध्यान दूसरे मुद्दों से भटकाया जा सके।
जानिए क्या है संभल का मसला
उत्तर प्रदेश के संभल में स्थित मस्जिद का सर्वेक्षण करवाने को लेकर बवाल मच गया है। मस्जिद के नीचे मंदिर होने के दावे को लेकर 24 नवंबर को टीम सर्वे करने पहुंची थी। इस दौरान समुदाय विशेष के लोगों ने पुलिस व प्रशासन पर पथराव कर दिया।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद प्रदर्शनकरियों ने इलाके में आगजनी कर दी और इस दौरान अलग-अलग घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो गई और पुलिसकर्मियों सहित लगभग 20 लोग घायल हो गए थे। वारदात के बाद इलाके में तनाव है। प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रख हुए है।
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