Aaj Samaj (आज समाज), Parliament Security, नई दिल्ली: संसद भवन परिसर में सुरक्षा में हुई चूक को देखते हुए सरकार इसकी व्यापक सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंपने का निर्णय ले सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार यह जानकारी दी।
सीआईएसएफ एक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) है जो वर्तमान में परमाणु और एयरोस्पेस डोमेन (उड़ान उद्योग संबंधी) के अंतर्गत प्रतिष्ठानों, असैन्य हवाई अड्डों और दिल्ली मेट्रो के अलावा राष्ट्रीय राजधानी में कई केंद्रीय मंत्रालयों के भवनों की सुरक्षा करता है। सूत्रों के मुताबिक संसद की ऐक्सस प्वाइंट की जिम्मेदारी सीआईएसएफ को मिल सकती है, जो कि फिलहाल दिल्ली पुलिस के पास है।
- हरियाणा की महिला नीलम भी संसद सुरक्षा सेंध के 4 आरोपियों में शामिल
नीलम समेत चारों आरोपियों का पुलिस रिमांड बढ़ा
संसद सुरक्षा चूक मामले में गिरफ्तार हरियाणा के जींद की महिला नीलम समेत चार आरोपियों का पुलिस रिमांड गुरुवार को 15 दिन बढ़ा दिया गया। अन्य तीन आरोपियों में सागर शर्मा, मनोरंजन डी और अमोल शिंदे शामिल हैं। पहले उनके सात दिन के पुलिस रिमांड की इजाजत मिली थी जिसकी अवधि गुरुवार को समाप्त हो रही थी।
दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को पटियाला हाउस कोर्ट ने पेश किया और कहा कि 7 दिन में हमें अहम सबूत मिले हैं जिन्हें हम ओपन कोर्ट में नहीं बता सकते। 7 दिन में हम आरोपियों को कई जगह ले जा चुके हैं। इस दौरान जो सबूत मिले हैं, उनका आरोपियों के साथ मिलान करना है। सोशल मीडिया की जांच करनी है। पुलिस ने कहा, यह इतना आसान केस नहीं है और इसमें कई आधार एक-दूसरे से जुड़े हैं। इसके बाद कोर्ट ने चारो आरोपियों को 5 जनवरी तक रिमांड पर भेज दिया।
कर्नाटक से एक और आरोपी को हिरासत में लिया
संसद भवन की सुरक्षा में सेंध को लेकर दिल्ली पुलिस ने कर्नाटक के एक युवक को हिरासत में लिया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि बागलकोट जिला मुख्यालय शहर के विद्यागिरी इलाके से तकनीकी विशेषज्ञ साईकृष्ण जगली को बुधवार रात को पकड़ा गया। वह एक सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक (डिप्टी एसपी) का बेटा है। बताया जा रहा है कि जगली बेंगलुरु में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करता है और वह पिछले हफ्ते लोकसभा में घुसने वाले दो घुसपैठियों में से एक मैसूर निवासी मनोरंजन डी का दोस्त है।
यह भी पढ़ें: