Aaj Samaj (आज समाज), Parliament Security Lapse, नई दिल्ली: संसद की सुरक्षा में हुई चूक के बाद सरकार लगातार एक्शन में है। लोकसभा सचिवालय ने संसद भवन सिक्योरिटी स्टाफ के आठ सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। बता दें कि बुधवार को संसद परिसर में स्थित दर्शक दीर्घा में बैठे दो संदिग्ध सुरक्षा घेरा तोड़कर लोकसभा चैंबर में घुस गए थे और उन्होंने अंदर कोई स्प्रे छिड़क दिया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। वारदात ऐसे समय हुई जब संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और बुधवार को सत्र का आठवां दिन था।
वारदात के समय उसी जगह तैनात थे सस्पेंड कर्मी
बताया जा रहा है कि संसद भवन सिक्योरिटी स्टाफ के जिन आठ सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड किया गया है, इन सभी की तैनाती उसी जगह थी, जहां से आरोपी युवक लोकसभा के अंदर घुसे। एक ने पीले धुएं वाला स्प्रे छिड़का और वहीं अन्य आरोपी ने लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी की ओर दौड़ लगा दी थी। इस बीच काफी मशक्कत के बाद सांसदों ने दोनों को पकड़ लिया। वारदात के बाद संसद परिसर को विजिटर के लिए बंद कर दिया गया है। लोकसभा में घुसे दोनों लोगों की पहचान लखनऊ के सागर शर्मा और मैसूर (कर्नाटक) के डी मनोरंजन के रूप में की गई है।
साजिश में 6 लोग शामिल, 5 गिरफ्तार
सदन के बाहर पकड़े गए आरोपियों में एक महाराष्ट्र के लातूर का अमोल शिंदे और अन्य नीलम देवी नाम की महिला हरियाणा के हिसार की रहने वाली बताई गई है। दिल्ली पुलिस की आतंकवाद विरोधी सेल वारदात की जांच का नेतृत्व कर रही है। पुलिस के अनुसार, इस साजिश में कुल छह लोग शामिल थे, जिनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि फरार छठे आरोपी की भी पुलिस ने पहचान कर ली है। उसका नाम ललित झा बताया गया है। वारदात की साजिश गुरुग्राम में रची गई थी। सभी आरोपी 10 दिसंबर की रात गुरुग्राम में विक्की और वृंदा के घर पहुंचे थे और देर रात ललित झा भी गुरुग्राम पहुंचा था।
ललित झा हो सकता है मास्टरमाइंड
पुलिस के मुताबिक ललित झा ही पूरे कांड का मास्टरमाइंड हो सकता है। वारदात के समय जब अमोल और नीलम संसद भवन के बाहर हंगामा कर रहे थे, तब ललित उनका वीडियो बना रहा था। उसने अपने इंस्टाग्राम पर इस वीडियो को अपलोड भी किया था। इसके अलावा सभी आरोपियों के मोबाइल भी उसी के पास थे। करीब 1 से 2 बजे के बीच ललित ने अपने सहयोगियों को संसद पर हमले के वीडियो भेजे थे। हंगामा होते ही ललित सभी का मोबाइल लेकर भाग गया।
यह भी सामने आया है कि ललित ने अपने सहयोगी नीलाक्ष आइच से संपर्क किया था, जो कि बंगाल में एक एनजीओ चलाता है। नीलाक्ष ने दावा किया कि उसे ललित ने फोन नहीं किया।
खालिस्तानी आतंकी पन्नू का हाथ होने की आशंका
पाकिस्तान के विशेषज्ञ कमर चीमा ने संसद में सुरक्षा चूक के पीछे खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का हाथ होने की आशंका जताई है। उन्होंने अपने यूट्यूब शो के दौरान कहा कि कुछ ही दिन पहले सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख पन्नू ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की शुरुआती जांच में पन्नू और संसद में सुरक्षा चूक के बीच कोई लिंक सामने नहीं आया है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। पाकिस्तानी विशेषज्ञ ने कहा कि आखिर सुरक्षा व्यवस्था में क्या कमी थी जिसके कारण दो लोग गैस कनस्तर लेकर संसद में घुस गए। सुरक्षाकर्मियों ने क्या जांच की कि इतनी संवेदनशील चीजें संसद के अंदर पहुंच गईं। ये वाकई चिंता का विषय है, क्योंकि ये हमला उसी दिन हुआ है जिस दिन संसद पर हमला हुआ था।
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