Aaj Samaj (आज समाज), Parliament News, नई दिल्ली: मानसून सत्र का आज आखिरी दिन है। विपक्ष आज फिर मणिपुर मुद्दे पर सदन में हंगामा कर सकता है। इस बीच कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर 10:30 बजे कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है। बैठक पार्टी के संसदीय कार्यालय में होगी और अधीर के सस्पेंशन पर इसमें चर्चा होगी। अधीर रंजन पर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी पर टिप्पणियां करने का आरोप है जिससे सत्ता पक्ष नाराज है।
- पीएम मोदी पर भी टिप्पणियां करने का आरोप
अधीर पर सदन में बाधा डालने का आरोप
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बीते कल शाम को लोकसभा में अधीर चौधरी के निलंबन के लिए एक प्रस्ताव पेश किया और कहा कि जब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंत्री बोलते हैं या बहस चल रही होती है तो वह सदन में बाधा डालते हैं। यह प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित भी हो गया। अब उनके निलंबन की विशेषाधिकार समिति जांच करेगी।
मेरा इरादा प्रधानमंत्री का अपमान नहीं था : अधीर
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, मैंने पीएम मोदी का अपमान नहीं किया है। मोदी जी हर बात पर बोलते हैं लेकिन मणिपुर मुद्दे पर वह ‘नीरव’ बैठे हैं, जिसका मतलब है चुप बैठना। मेरा इरादा प्रधानमंत्री का अपमान करना बिल्कुल नहीं था। उन्होंने कहा, मुझे पता चला कि मेरे खिलाफ प्रस्ताव लाया गया और मुझे सस्पेंड कर दिया गया है। इसी के साथ मामला विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया है। पीएम मोदी को ऐसा नहीं लगा कि उनका अपमान हुआ है, उनके दरबारियों को ऐसा लगा इसलिए वे मेरे खिलाफ प्रस्ताव लाए।
जानिए अधीर ने क्या कहा था
अधीर रंजन कहा था कि अब ध्रुवीकरण, सांप्रदायिकरण और भगवाकरण को भारत छोड़ने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें नरेंद्र मोदी के 100 बार प्रधानमंत्री बनने की चिंता नहीं है, लेकिन कांग्रेस पार्टी को इस देश के लोगों की चिंता है। 1942 में महात्मा गांधी के शुरू किए गए भारत छोड़ो आंदोलन को याद करते हुए रंजन ने कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन होना चाहिए, सांप्रदायिकता छोड़ना चाहिए, ध्रुवीकरण छोड़ना चाहिए और भगवाकरण छोड़ना चाहिए।
कांग्रेस सांसद ने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी हर दिन जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी का अपमान करते हैं और यह रिकॉर्ड में है। उन्होंने कहा, अगर पीएम मोदी 100 बार भी प्रधानमंत्री बनें तो भी हमें कोई आपत्ति नहीं है। मैं सजा भुगतने के लिए तैयार हूं लेकिन सब कुछ रिकॉर्ड पर है और देश के नागरिकों को पता होना चाहिए कि पीएम का अपमान करने का कोई प्रयास नहीं किया गया था।
यह भी पढ़ें :
- PM Modi On No Confidence Motion: अविश्वास प्रस्ताव हमेशा हमारे लिए शुभ, 2024 में सारे रिकार्ड तोड़ेगी बीजेपी
- Gyanvapi Campus में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की मीडिया कवरेज पर रोक
- Nuh Violence Encounter: मुठभेड़ में नूंह हिंसा के दो आरोपी मुनफेद व सैकुल अरेस्ट
Connect With Us: Twitter Facebook