Aaj Samaj (आज समाज), Parliament Monsoon Session Update, नई दिल्ली: मणिपुर में जातीय हिंसा पर संसद के दोनों सदनों में आज भी गतिरोध जारी है। विपक्षी गठबंधन इंडिया के सभी सांसद मणिपुर मामले को लेकर विरोध जताने के लिए आज काले कपड़े पहनकर राज्यसभा में पहुंचे। उधर लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ सदस्यों ने सदन के वेल में नारे लगाए और पोस्टर प्रदर्शित किए। कार्यवाही शुरू होने के महज छह मिनट बाद ही अध्यक्ष ओम बिड़ला ने स्थिति को देखते हुए दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा करना उचित नहीं है। यह सदन की मर्यादा के खिलाफ है। हमें लोगों ने अपने मुद्दों पर चर्चा करने के लिए चुनकर यहां भेजा है। उन्होंने सदस्यों से अच्छी चर्चा करने का आग्रह किया।
राज्यसभा में प्रधानमंत्री सदन में आओ के नारे
दूसरी तरफ राज्यसभा में भी यही स्थिति रही। यहां विपक्ष के सांसद तख्तियां लेकर पहुंचे और प्रधानमंत्री सदन में आओ, सदन में आके कुछ तो बोलो, प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो जैसे नारे लगा रहे थे। एनडीए सांसदों ने जवाब में मोदी-मोदी के नारे लगाए। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत की विदेश नीति में बदलाव के बारे में जैसे ही भाषण देना शुरू किया, तभी एनडीए सांसदों ने राज्यसभा में ‘मोदी, मोदी’ के नारे लगाए। इसके मुकाबले इंडिया गठबंधन के सांसद ‘इंडिया-इंडिया बोलते सुने गए।
कांग्रेस ने अपने सांसदों के लिए जारी किया व्हिप
कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव मंजूर होने के बाद आज अपने राज्यसभा सांसदों को पूरा दिन सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। जेडीयू ने भी राज्यसभा में अपने सांसदों को दिल्ली सेवाओं पर केंद्र के विधेयक के खिलाफ वोटिंग करने के राज्यसभा में मौजूद रहे व्हिप जारी किया है। गठबंधन के सांसदों ने आज सुबह 10.30 बजे बैठक की जिसमें कांग्रेस, टीएमसी और अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए।
जानिए क्या बोले गठबंधन के नेता
सपा नेता, राम गोपाल यादव ने बैठक में कहा कि कोई विरोध प्रदर्शन नहीं होगा। हर कोई काले कपड़े पहनेगा या अपनी बांह पर काला कपड़ा बांधेगा। उन्होंने कहा, हम चिंतित हैं क्योंकि मणिपुर की सीमा म्यांमार से लगती है, जहां सैन्य शासन है और यह आतंकियों को पनाह देता है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा, ‘हमारी मांग थी कि पीएम खुद आकर बोले। पता नहीं क्यों प्रधानमंत्री नहीं बोल रहे हैं। हमें मजबूरन अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भारत-चीन बॉर्डर के हालात पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
कांग्रेस ने कल पेश किया था अविश्वास प्रस्ताव
बता दें कि कांग्रेस ने मानसून सत्र के पांचवें दिन 26 जुलाई को सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था जिसे लोकसभा अध्यक्ष ने मंजूरी दे दी है। स्पीकर ने नियमों के तहत 50 से ज्यादा सांसदों के समर्थन के बाद कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का समय, सभी दलों से बातचीत के बाद तय करेंगे।
यह भी पढ़ें :
- Uttar Pradesh Crime: मेरठ में लड़की को निर्वस्त्र घुमाया, दुष्कर्म किया, नग्न हालत में दौड़ाकर पीटा
- IMD Weather Alert: उत्तर भारत सहित देश के कई राज्यों में तेज बारिश का अनुमान
- Gangster Vikram Vrar: सलमान को धमकी देने वाला गैंगस्टर विक्रम गिरफ्तार
Connect With Us: Twitter Facebook