Aaj Samaj (आज समाज), Parliament Last Day, नई दिल्ली: लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही के स्थगन का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि 20 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र के दौरान लोकसभा की 17 बैठकें हुईं और इस दौरान सदन 44 घंटे 15 मिनट तक चला। सत्र के आखिरी दिन अपने समापन भाषण में बिड़ला ने कहा कि सत्र के दौरान 20 विधेयक पेश किए गए और 22 बिल पारित किए गए।
समिति की रिपोर्ट आने तक सस्पेंड रहेंगे तीनों एमपी
सत्र के अंतिम दिन लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी का सस्पेंशन हो गया। वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा को भी निलंबित कर दिया। साथ ही आप सांसद संजय सिंह का निलंबन बढ़ा दिया गया। उनका निलंबन पहले इस सत्र के लिए था। राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने राघव चड्ढा को नियमों के घोर उल्लंघन व अवमाननापूर्ण आचरण के आरोप में सदन से निलंबित कर दिया। अब अधीर रंजन समेत तीनों सांसद विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित रहेंगे।
खड़गे ने विपक्षी सदस्यों के निलंबन का मुद्दा उठाया
जगदीप धनखड़ ने घोषणा करते हुए कहा, मैं राघव चड्ढा को परिषद की सेवा से तब तक निलंबित करता हूं जब तक परिषद को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट नहीं मिल जाती। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने विपक्षी सदस्यों के निलंबन का मुद्दा उठाया। उन्होंने हाथ जोड़ते हुए सभापति धनखड़ से कहा, ‘प्लीज मेरा माइक बंद न करें। दरअसल, जैसे ही खड़गे बोलने के लिए उठे सभापति उन्हें रोकने लगे। खड़गे ने कहा, सर डिबेट में छोटी-मोटी बात होती रहती हैं, लेकिन लोकसभा में हमारे अधीर रंजन चौधरी साहब को जिस आरोप में निलंबित किया गया जो बेहद हल्का मामला था। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, अधीर रंजन ने सिर्फ इतना ही बोला ‘नीरव मोदी’। नीरव मतलब शांत। साइलेंट।
संजय सिंह 56 बार वेल में आए : पीयूष
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि संजय सिंह अब तक 56 बार वेल में आए जो दिखाता है कि वह सदन की कार्यवाही बाधित करना चाहते थे। उन्होंने राघव चड्ढा के केस का जिक्र करते हुए कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। जिस तरह बिना सदस्य की जानकारी के उनका नाम लिस्ट में डाल दिया गया। बाद में राघव चड्ढा ने बाहर जाकर कहा कि कुछ गलत नहीं किया। इस पर ट्वीट भी करते रहे। संजय का निलंबन भी उनके व्यवहार की वजह से हुआ। राघव ने संजय ने जिस तरह से आचारण किया वह बेहद निंदनीय है। वे निलंबन के बाद भी सदन में बैठे रहे। इसकी वजह से सदन की कार्यवाही भी स्थगित करनी पड़ी। यह चेयर का अपमान है।
निलंबन के विरोध में विपक्षियों ने निकाला मार्च
अधीर रंजन, संजय सिंह और राघव चड्ढा के निलंबन के विरोध में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेताओं ने शुक्रवार को दोनों सदनों में हंगामा किया। उन्होंने लोकसभा की कार्यवाही का बहिष्कार करने का फैसला लिया। बाद में सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे इंडिया के सांसदों ने संसद परिसर में मार्च निकाला। सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत सभी विपक्षी सांसद प्रदर्शन में शामिल हुए।
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