Aaj Samaj (आज समाज), Parliament Intrusion, नई दिल्ली: संसद भवन की सुरक्षा सेंध मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ मेंं सामने आया है कि वारदात को अंजाम देने से पहले किस तरह सभी इंडिया गेट पर पहुंचे और फिर वहां मीटिंग कर साजिश का पूरा प्लान तैयार किया गया।
लखनऊ से गोमती एक्सप्रेस से दिल्ली पहुंचा था सागर शर्मा
पुलिस के अनुसार सागर शर्मा लखनऊ से गोमती एक्सप्रेस से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुंचा था। वहीं नीलम, मनोरंजन, ललित और अमोल गुरुग्राम से कैब से दिल्ली आए। सभी इंडिया गेट पहुंचे और करीब आधा घंटा वहां मीटिंग कर हंगामे का पूरा प्लान बनाया। तय हुआ कि सागर और मनोरंजन स्मोक केन लेकर संसद में प्रवेश करेंगे। उन्हें पीले व लाल रंग का एक-एक स्मोक केन दिया, जिसे उन्होंने जूतों के नीचे बनाई जगह में छिपा लिया। वहीं नीलम, अमोल और ललित झा ने संसद के बाहर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने स्मोक केन को जलाने के साथ जूतों से पर्चे भी निकालकर फेंके थे।
14 को था हंगामे का प्लान, पास 13 का मिला था
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों की साजिश संसद हमले की बरसी वाले दिन 13 दिसंबर को हंगामा करने की नहीं थी। वे 14 दिसंबर को हंगामा करना चाहते थे, लेकिन संसद के अंदर जाने का पास 13 दिसंबर का मिल गया। इससे बरसी वाले दिन ही आरोपियों ने संसद के अंदर व बाहर हंगामा किया।
10 दिसंबर की रात को गुरुग्राम में विशाल के घर पहुंचे थे सभी आरोपी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार सागर, नीलम और अमोल 10 दिसंबर की रात को गुरुग्राम में विशाल उर्फ विक्की (मनोरंजन का दोस्त) के घर पहुंचे थे। देर रात वहां ललित झा आया और अगली सुबह मनोरंजन फ्लाइट से आया था। संसद में प्रवेश के लिए पास की व्यवस्था करने के लिए तीन रात और दो दिन वे गुरुग्राम में रुके। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 13 दिसंबर को विजिटर पास लेने के लिए गुरुग्राम से वे दिल्ली रवाना हुए।
सागर ने सांसद के पीए से पास लिए और सदर बाजार से तिरंगे
सागर ने 13 दिसंबर को सांसद के पीए से, 18-महादेव रोड पर पास एकत्र किए और लगभग 10 बजे सदर बाजार पहुंचा। वहां से दो तिरंगे खरीदे। इसके बाद वह अन्य आरोपियों से मिलने इंडिया गेट वापस पहुंचा था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों की मुलाकात सोशल मीडिया फेसबुक भगत सिंह फैन पेज से हुई थी। आरोपियों ने दावा किया कि वे करीब डेढ़ साल पहले सामाजिक मुद्दों को एकल माध्यम से उठाने के लिए मैसूरू में मिले थे। पुलिस इनके इस दावे की सच्चाई का पता कर रही है।
संसद का सत्र चलने के कारण सीन रीक्रिएट नहीं हो पाया
स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक, सत्र चलने की वजह से गिरफ्तारी के बाद स्पेशल सेल की टीम सीन रीक्रिएट नहीं कर पाई है लेकिन अब टीम कोशिश कर रही है कि जल्द ऐसे वक्त में सीन रीक्रिएट किया जाए, जब सत्र न चल रहा हो। सूत्रों के मुताबिक टीम शनिवार या रविवार को सीन रीक्रिएट कर सकती है, क्योंकि उस दिन सत्र नहीं चलता। सूत्रों के मुताबिक स्पेशल सेल की टीम आरोपियों को गुरुग्राम के उस फ्लैट पर भी लेकर जाएगी जहां ये लोग मिले थे।
बजट सत्र के दौरान संसद के अंदर गया था मनोरंजन
सभी आरोपी करीब नौ महीने पहले मिले थे। इन्होंने अपना विरोध प्रदर्शित करने के लिए संसद का उपयोग करने का निर्णय लिया। मार्च में बजट सत्र के दौरान मनोरंजन विजिटर पास के जरिये संसद भवन के अंदर गया और रेकी की। जुलाई में सागर दिल्ली आया, मगर उसे संसद में जाने का मौका नहीं मिला। संसद में प्रवेश किए बिना वह लखनऊ वापस चला गया।
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