Budget Session 2025, (आज समाज), नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बजट भाषण के बाद लोकसभा और राज्यसभा में 2024-25 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। इसके तुरंत पश्चात सदन में हंगामा शुरू हो गया जिसे देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही कल तक स्थगित कर दी। राज्यसभा में भी वित्त मंत्री के बाद आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने के तुरंत बाद विपक्ष ने हंगामा किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही भी दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
समझें क्या है आर्थिक सर्वेक्षण
वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक प्रभाग द्वारा तैयार और मुख्य आर्थिक सलाहकार की देखरेख में तैयार किया गया आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) दस्तावेज, 2024-25 (अप्रैल-मार्च) की अर्थव्यवस्था की स्थिति और विभिन्न संकेतकों और अगले वित्तीय वर्ष के लिए कुछ दृष्टिकोण के बारे में जानकारी देता है। अर्थव्यवस्था सर्वेक्षण दस्तावेज आम तौर पर शनिवार (एक फरवरी) को पेश किए जाने वाले 2025-26 के वास्तविक बजट के स्वर और बनावट के बारे में भी कुछ जानकारी देता है।
1950-51 में अस्तित्व में आया पहला आर्थिक सर्वेक्षण
कथित तौर पर पहला आर्थिक सर्वेक्षण 1950-51 में अस्तित्व में आया था, जब यह बजट दस्तावेजों का हिस्सा हुआ करता था। 1960 के दशक में इसे बजट दस्तावेजों से अलग कर दिया गया और केंद्रीय बजट से एक दिन पहले पेश किया गया।
5.4 प्रतिशत बढ़ी अर्थव्यवस्था
चालू वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था वास्तविक रूप से 5.4 प्रतिशत बढ़ी। तिमाही वृद्धि आरबीआई के 7 प्रतिशत के पूवार्नुमान से काफी कम थी। अप्रैल-जून तिमाही में भी भारत की जीडीपी अपने केंद्रीय बैंक द्वारा अनुमानित गति से धीमी गति से बढ़ी। रिजर्व बैंक ने अपनी नवीनतम मौद्रिक नीति में 2024-25 के लिए भारत के विकास पूर्वानुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया था। सरकार को 6.4 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है।
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान GDP में 8.2% की प्रभावशाली वृद्धि
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत की जीडीपी में 8.2 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि हुई और यह सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनी रही। 2022-23 में अर्थव्यवस्था में 7.2 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बजट सत्र 2025: संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा और तय कार्यक्रम के अनुसार 4 अप्रैल को समाप्त होगा। बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा। बजट के दिन वित्त मंत्री सुबह 11 बजे लोकसभा में केंद्रीय बजट पेश करेंगी। बजट भाषण में सरकार की राजकोषीय नीतियों, राजस्व और व्यय प्रस्तावों, कराधान सुधारों और अन्य महत्वपूर्ण घोषणाओं की रूपरेखा होगी। इस आगामी बजट प्रस्तुति के साथ, सीतारमण आठवां बजट पेश करेंगी।
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