आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली, (Parliament Budget Session 2023): संसद में आज केंद्रीय बजट 2023-24 पेश किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट को औपचारिक मंजूरी दे दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 11 बजे बजट पेश करेंगी। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह आखिरी पूर्ण बजट होगा। इस बार के बजट में सरकार की ओर से बड़ी घोषणाएं किए जाने की उम्मीद है। निर्मला सीतारमण का बतौर केंद्रीय वित्त मंत्री यह पांचवा बजट होगा। निर्मला सीतारमण वित्त मंत्रालय से निकलकर आज सुबह सबसे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने राष्ट्रपति भवन गईं।
इसलिए अहम माना जा रहा इस बार का बजट
इस साल आठ से ज्यादा राज्यों में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी के साथ अगले साल लोकसभा चुनाव होंगे। इसलिए इस बार का बजट देश के आम लोगों के लिए ही नहीं बल्कि मोदी सरकार के लिए भी यह बजट काफी अहम माना जा रहा है।
देश की 71 करोड़ महिलाओं की बजट पर नजर
देश की 71 करोड़ महिलाओं की 2023-2024 के बजट पर नजर है कि सरकार उनके लिए क्या नई घोषणाएं करेगी। पिछले चार वर्ष में वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा अपने बजट भाषणों में दानलक्ष्मी जैसे कार्यक्रम लागू किए गए हैं। इसके अलावा पोषण 2.0, मिशन शक्ति और सक्षम आंगनवाड़ी जैसे कार्यक्रमों को संशोधित करके महिलाओं पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की गई है।
#WATCH | Delhi: Union Finance Minister Nirmala Sitharaman all set to present the #UnionBudget2023 at 11am today.
This is the BJP government's last full Budget before the 2024 general elections. pic.twitter.com/8CFywfihvq
— ANI (@ANI) February 1, 2023
महिलाओं के लिए बेहतर रहा पिछला बजट
वित्त वर्ष 2022-23 में मोदी सरकार ने महिलाओं के लिए 1,71,006 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया था। सीतारमण ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की सक्षम आंगनवाड़ी, मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति, जैसी योजनाओं को नया रूप देने की घोषणा की थी। इसके अलावा मोदी सरकार की उज्जवला योजना से लेकर, स्वच्छ भारत मिशन, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और मुफ्त राशन जैसी योजनाओं से भी महिलाओं को काफी लाभ मिला है।
इसी का कारण है कि एनडीए सरकार को आम चुनाव और विधानसभा चुनावों में महिलाओं का वोट प्रतिशत पुरुषों की तुलना में ज्यादा मिलता रहा है। बावजूद इसके जीडीपी में महिलाओं का 18 फीसदी योगदान भी रहा है। अभी हाल ही में देश में कई बड़ी कंपनियों में बड़े स्तर छंटनी भी हुई है, ऐसे में इन महिलाओं को इस बार बजट से उम्मीद है कि सरकार उनके लिए रोजगार और महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे सकती है।
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