आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली (Parliament Budget Session 15 March 2023): अडाणी मामले और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन में दिए देश विरोधी बयान को लेकर संसद में तकरार बरकरार है। बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को भी इन मामलों में संसद व संसद के बाहर पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामा जारी रहा। शोर-शराबा बढ़ता देख पहले लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक और दोबारा सत्र शुरू होने पर फिर हंगामे के चलते कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
- 16 दलों ने किया ईडी दफ्तर का कूच, रास्ते में रोका
- एनसीपी और टीएमसी ने मार्च से बनाई दूरी
राहुल से माफी और जेपीसी की मांग पर घमासान
संसद के बाहर भी विपक्षी दलों ने अडाणी मामले में प्रदर्शन किया। वे मामले की जांच के लिए जेपीसी की मांग पर पर अड़े रहे, वहीं बीजेपी के सांसद राहुल के बयान को लेकर उनसे माफी की मांग पर अड़े रहे। मंगलवार को भी इन दोनों मुद्दों पर संसद के दोनों में कोई कामकाज नहीं हो पाया था। केंद्र सरकार को घेरने के मकसद से 16 राजनीतिक दलों ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर का मार्च किया। सत्र के स्थगित होते ही सभी सांसद मार्च के लिए निकल पड़े थे। पुलिस ने हालांकि उन्हें विजय चौक पर ही रोक लिया।
पुलिस ने विजय चौक पर धारा 144 का हवाला देकर विपक्षी सांसदों रोका
विजय चौक से ईडी का कार्यालय करीब ढाई किलोमीटर दूर। यहां लगभग 25 मिनट तक ही प्रदर्शन करने के बाद सभी विपक्षी सांसद पार्लियामेंट की ओर लौट गए। शरद पवार की एनसीसी और ममता बनर्जी की टीएमी के सांसदों ने विरोध मार्च में भाग नहीं लिया। पुलिस ने विजय चौक पर मार्च कर रहे विपक्षी सांसदों को सूचित किया कि वे आगे न बढ़ें, क्योंकि इलाके में धारा 144 लागू है और यहां किसी भी आंदोलन की अनुमति नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लगाए ये आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मार्च के दौरान कहा, हम सभी अडाणी के घोटाले में एक ज्ञापन सौंपने के लिए निदेशक ईडी से मिलने जा रहे थे, लेकिन सरकार ने हमें विजय चौक के आगे नहीं जाने दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि लाखों रुपए का घोटाला हुआ है। खड़गे ने कहा कि एलआईसी, एसबीआई और अन्य बैंक बर्बाद हो गए हैं।
सत्र की कार्यवाही से पहले बैठक में बना मार्च का प्लान
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले बुधवार को मल्लिकार्जुन खड़गे के पार्लियामेंट चैंबर में विपक्ष के 16 दलों के नेताओं ने बैठक की। इसमें हिंडनबर्ग-अडाणी रिपोर्ट की जांच के लिए जेपीसी की मांग को लेकर सरकार पर और दबाव बनाने पर सहमति बनी। सभी दलों ने एक सुर में अडाणी मामले में सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए।बैठक में यह भी तय हुआ अडाणी मामले की जांच को लेकर एक चिट्ठी लिखी जाएगी, जिस पर सभी विपक्षी सांसदों के दस्तखत होंगे। इसे इडी को सौंपा जाएगा और जांच की मांग की जाएगी। इसके लिए संसद से लेकर ईडी दफ्तर तक पैदल मार्च किया जाएगा।
बीजेपी और सीपीएम के साथ मिली है कांग्रेस : टीएमसी
कांग्रेस और विपक्ष के अन्य दलों से अलग प्रदर्शन करने पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने बताया कि सत्ता पक्ष हो या मुख्य विपक्षी दल, दोनों एक-दूसरे के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल में कांग्रेस, बीजेपी और सीपीएम के साथ मिली हुई है, इसलिए हम कांग्रेस नेताओं द्वारा बुलाई गई बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं।
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