Parliament April 6 2023 Update: संसद के दोनों सदनों को गुरुवार को अनिश्चिितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। 13 मार्च से बजट सत्र का दूसरा चरण चल रहा था और लोकसभा व राज्यसभा में इसे पूरे सत्र में विपक्षी दलों ने विभिन्न मुद्दों पर भारी हंगामा किया, जिसके कारण कोई कामकाज नहीं हो पाया।
हिंडनबर्ग-अडाणी मामले में बवाल
कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने हिंडनबर्ग-अडाणी मामले में की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग पर हंगामा किया। वहीं सरकार की तरफ से लोकतंत्र को लेकर लंदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी पर माफी की मांग पर बवाल मचा रहा। गुरुवार को भी लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस नेताओं सहित कुछ विपक्षी दलों के सांसद काले कपड़े पहनकर आसन के पास आ गए और जेपीसी की मांग को लेकर वे नारेबाजी करने लगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस पर नाराजगी भी व्यक्त की।
उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सके
राज्यसभा में भी विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही शुरू होने के महज सात मिनट बाद ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो भी सदन में स्थिति पहले जैसी ही रही। भारी हंगामे के बीच उच्च सदन की कार्यवाही भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो सके। इस दौरान सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह से हल्के-फुल्के लहजे में कहा कि उन्होंने काले कपड़े पहने हैं, जबकि अन्य सदस्य सफेद कपड़ों में हैं।
34 और 24.4 फीसदी दर्ज की गई उत्पादकता
संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि बजट सत्र के दूसरे चरण में लोकसभा की 34 फीसदी उत्पादकता और राज्यसभा की 24.4 फीसदी उत्पादकता दर्ज की गई। वहीं अगर पूरे बजट सत्र की बात करें तो इस दौरान लोकसभा में 4.32 घंटे ही प्रश्नकाल चला, जबकि राज्यसभा में यह समय सिर्फ 1.85 घंटा रहा। राज्यसभा में शुरू से 130 घंटे की निर्धारित अवधि के मुकाबले 31 घंटे से थोड़ा ही अधिक कामकाज हुआ। पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च के मुताबिक, लोकसभा में निर्धारित समय के 34.28 फीसदी समय में ही कामकाज हुआ।
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