Paris 2024 Olympics, (आज समाज), नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक में इस बार भारत का गोल्ड का सपना अधूरा रह गया। देश ने एक सिल्वर समेत कुल छह मेडल जीते हैं। हैवीवेट रेसलर रीतिका हुड्डा (76 किलो वर्ग) की हार के साथ ही भारत के और मेडल जीतने की उम्मीद खत्म हो गई। इसके साथ ही साफ हो गया है कि भारतीय दल अब जब पेरिस से लौटेगा तो उसकी झोली में 3 साल पहले टोक्यो में हुए ओलंपिक खेलों से कम मेडल होंगे।
रीतिका हुड्डा इस कारण हुईं मेडल राउंड से बाहर
अगर रीतिका हुड्डा को हराने वालीं किर्गिस्तान की रेसलर फाइनल में पहुंच जाती तो भारतीय रेसलर को रेपचेज राउंड में मौका मिलता। किर्गिस्तान की पहलवान सेमीफाइनल हार गईं, जिससे रीतिका हुड्डा मेडल राउंड से बाहर हो गईं।
मेडल टैली में 71वें नंबर पर खिसकी टीम
बता दें कि भारत ने टोक्यो ओलंपिक में 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। उस समय भारतीय दल मेडल टैली में 48वें नंबर पर था। वहीं इस बार भारतीय टीम मेडल टैली में 71वें नंबर पर खिसक गई है। यह नंबर और नीचे जा सकता है क्योंकि 11 अगस्त को 13 मेडल इवेंट होने हैं।
पीछे जाने की बड़ी वजह
टोक्यो के मुकाबले पेरिस ओलंपिक की मेडल टैली में भारत के नीचे खिसकने की बड़ी वजह गोल्ड मेडल ना जीत पाना रहा। भारत को सिल्वर मेडल भी एक ही मिला। यह जो टोक्यो ओलंपिक के चैंपियन नीरज चोपड़ा ने जीता। भारत के पांचों मेडल ब्रॉन्ज हैं। तीन ब्रॉन्ज मेडल शूटिंग में जीते हैं वहीं एक ब्रॉन्ज मेडल हॉकी और एक कुश्ती में मिला।
आज संपन्न हो जाएंगे खेल, इस वजह से बढ़ सकती है मैडल टैली
बता दें कि पेरिस ओलंपिक गेम्स आज संपन्न हो जाएंगे। हालांकि पेरिस गेम्स के बाद भी भारत की मेडल टैली बढ़ सकती है। भारत की रेसलर विनेश फोगाट ने ‘कैस’ में सिल्वर मेडल दिए जाने की अपील की हुई है। इस पर अगले हफ्ते मंगलवार को फैसला आएगा। अगर विनेश अपील जीतती हैं तो वे सिल्वर मेडल जीतने वाली देश की पहला महिला रेसलर बन जाएंगी। साथ ही भारत के मेडल की संख्या 7 पहुंच जाएगी। ऐसा होने पर भारत मेडल टैली में 68वें स्थान पर आ जाएगा।