Paris Olympics 2024 India : भारतीय खेल इतिहास में एक और एक नया पन्ना जोड़ेंगी निशानेबाज Manu Bhaker

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Haryana News : Manu Bhaker होंगी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड अम्बेसडर
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Paris Olympics 2024 India | डाॅ.श्रीकृष्ण शर्मा| नई दिल्ली। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर पेरिस ओलंपिक खेलों एक और सफलता पाकर भारतीय खेल इतिहास में एक नया पन्ना जोडने जा रहीं हैं। जिसमें उनका सफल अनुभव रंग दिखाएगा। इस सुखद अनुभवों में इन ओेलंपिक खेलों में पदक जीतने के साथ साथ विश्व चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक की जीत भी शामिल है। अभी पिछले ही साल यह सोने के तमगे की जीत पाकर जो उम्मीदें मजबूत की वहीं अब इन ओलंपिक खेलों में हैट्रक बनाने में बहुत बडा आधार बनने जा रहा है।

यह होगा एक ही ओलंपिक खेलों में तीन पदक जीतने का। वह पहले ही दो कांस्य पदक जीतकर भारतीय के खेल इतिहास रच चुकी हैं। खेल के जानकारों को पूरा भरोसा है कि 2 अगस्त से हो रही 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में उतरकर इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगी। यही नहीं, जिस उत्साह में वह दिखाई पड रही हैं यह भी संभव है कि यह जीत पदक का रंग बदलने के साथ ही हो। भारतीय उपलब्धियों में यह एक इतिहास का नया पन्ना होगा। इस 25 मीटर के मुकाबलों में विश्व चैंपियनशि और एशियाई खेलों में भी जीता गया स्वर्ण पदक भी मनु को सही निशाना लगाने के लिए जोश भर रहा होगा।

हरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव में जन्मी मनु भाकर मुक्केबाजी, टेनिस और स्केटिंग आदि खेलों में भी नेशनल लेवल पर पदक विजेता रहीं हैं। वह गौरवपूर्ण निशानेबाजी कर रही हैं। 14 साल की आयु में इस खेल में दिलचस्पी दिखाते हुए जो पिस्टल की मांग उन्होंने अपने पिता से की और उन्होंने पूरी की वही पूर्ति आज देश को दुनिया में खेल की ताकत होने की हामी भरवा रही है।

इसी मांग को पूरा करके उनके पिता ने मनु को विश्व विजेता बनाया और अब ओलंपिक खेलों में भारतीय इतिहास रच रही हंै। पिछले ओलंपिक खेलो में मिली निराशा को पूरी तरह हटाकर पेरिस ओलंपिक खेलों में नई उम्मीदें जोडी हैं शूटिंग गर्ल मनु ने। भारत को इन पेरिस ओलिंपिक में शूटिंग के खेल में 12 साल बाद पदक यह पदक मिला है।

युवा अवस्था में ही अपने शानदार कौशल भरे प्रदर्शन के चलते ही मनु भाकर रैंकिंग के माध्यम से भारत की शूटिंग स्टार बन गई। नेशनल और इंटरनेशनल शूटिंग का एक खास अनुभव होने के कारण यह भी कहा जा रहा है कि वह कोई दबाव अपने ऊपर हावी नहीं होने देंगी। पेरिस ओलंपिक में भारत को तीन पदक शूटिंग में मिले हैं। तीनों ही कांस्य पदक हैं। तीसरा कांस्य पदक की ऐतिहासिक जीत 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में स्वप्निल कुसाले की रही।

मनु पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल सिंगल्स में ब्रांज मेडल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड प्रतिस्पर्धा में अंबाला के सरबजोत सिंह के साथ ब्रांज मेडल जीतकर नया इतिहास रच चुकीं हैं। एक पहली पदक विजेता महिला बनने का और दूसरा एक ही ओलंपिक खेलों में दो मेडल जीतने का।

25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में भी उतरकर मनु का मेडल की हैट्रिक का प्रयास होगा। निशानेबाजी के उनके सफल आंकडे और हुनर को देखकर माना जा रहा है कि वह गोल्ड मेडल अपने कब्जे में करने के उद्देश्य से उतरेंगी। वैसे भी उन्हें 25 मीटर शूटिंग में धाकड निशानेबाज माना जाता है। करीब दो दर्जन अंतर्राष्ट्रीय पदकों पर अपनी जीत बनाने वाली 22 वर्षीया निशानेबाज मनु भाकर पर समूचे देश निगाहें टिकी हैं।

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