मोहाली। भारतीय क्रिकेट टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज का दूसरा मुकाबला मोहाली में बुधवार 18 सितंबर को खेलना है। एक ओर जहां क्रिकेट प्रेमियों की नजरें इस मुकाबले पर लगी हंै, वहीं भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के प्रदर्शन पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पंत का हालिया प्रदर्शन बेहद खराब रहा है और टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और हेड कोच रवि शास्त्री भी संकेतों में उन्हें प्रदर्शन सुधारने की चेतावनी जारी कर चुके हैं। यहां तक कि पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर भी पंत की जगह बतौर विकेटकीपर संजू सैमसन का विकल्प दे चुके हैं। ऐसे में अगर पंत मौजूदा सीरीज में विफल रहते हैं और महेंद्र सिंह धोनी आगामी सीरीज के लिए भी खुद को अनुपलब्ध बताते हैं तो फिर पंत की छुट्टी कर नए विकल्प की तलाश की जा सकती है।
टीम इंडिया में मौजूदा समय में नंबर चार का मुद्दा गरमाया हुआ है। टीम प्रबंधन ने इस नंबर पर बल्लेबाजी के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पर भरोसा जताया है। मगर पंत लगातार क्रीज पर जमने के बाद अपना विकेट गंवाते रहे हैं। पंत के इस लापरवाह रवैये की खूब आलोचना भी हुई है। ऐसे में हो सकता है कि मोहाली में पंत की जगह इस नंबर पर एक और युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को आजमाया जाए। इसके संकेत मोहाली टी-20 मैच से पहले हुए टीम इंडिया के नेट प्रैक्टिस सेशन से भी मिल गए हैं।
मोहाली टी-20 मैच से पहले टीम इंडिया के लिए जो नेट प्रैक्टिस सत्र रखा गया है, उसमें ऋषभ पंत की बल्लेबाजी का नंबर छठे स्थान पर है, जबकि श्रेयस अय्यर का नंबर चौथा है। ऐसे में अगर मोहाली टी-20 मैच में यही लाइनअप रहती है तो फिर ऋषभ पंत का डिमोशन तय है। इसका मतलब ये हुआ कि पंत को महेंद्र सिंह धोनी की जगह छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि नेट प्रैक्टिस के हिसाब से अय्यर चौथे नंबर पर खेलेंगे, जबकि पांचवें नंबर पर हार्दिक पंड्या बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे।
अगला टी-20 वर्ल्ड कप साल 2020 में आॅस्ट्रेलिया में आयोजित होगा। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि युवाओं को खुद को साबित करना ही होगा। ऋषभ पंत ने फरवरी 2017 में डेब्यू किया था। तब से अब तक उन्होंने कई मौकों पर क्रीज पर समय बिताने के बाद लापरवाह अंदाज में अपना विकेट गंवाया। हालांकि टीम प्रबंधन की ओर से अब पंत को साफ संकेत मिल चुके हैं कि अगर वे अब भी विकेट तोहफे में देने का सिलसिला जारी रखते हैं तो फिर उन्हें टीम से बाहर करने में देर नहीं की जाएगी। भारतीय टीम को टी-20 वर्ल्ड कप से पहले करीब 20 टी-20 मैच खेलने हैं। ऐसे में टीम इन मौकों का अधिक से अधिक फायदा उठाना चाहेगी। टीम को आठवें, नौवें और दसवें नंबर पर नियमित रूप से योगदान देने वाले खिलाड़ियों की जरूरत है।