आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। हम बेटियां कम नहीं किसी से, हमसे ही देश की शान है। कभी इन्दिरा, कभी सरोजिनी, साक्षी, कभी सिंधु अपना नाम है, कोई लोभ न हमको धन माया का, देश की मिट्टी पर सर्वस्व कुर्बान है। हम बेटियां कम नहीं किसी से, हमसे ही देश की शान है। थोड़ी भावों से भरी, तनिक अंतर्द्वंद में फंसी, नारी शक्ति की अलग पहचान है, हर-पल, हर-क्षण परिश्रम में लगी, अधरों पर मंद मुस्कान है। हम बेटियां कम नहीं किसी से, हमसे ही देश कि शान है। बेटियां आज हर क्षेत्र में खूब नाम कमा रही हैं और अपनी हिम्मत व लगन से यह साबित कर रही है कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं। पानीपत जिले की बेटी प्रियंका जुनेजा ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि जज्बा और जुनून हो तो बेटियां हर (बेटी, बहू, मां, बहन) भूमिका में जीत सकती है।
प्रतियोगिता में 62 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था
गौरतलब है कि प्रियंका जुनेजा ने देश-प्रदेश का नाम विश्व भर में रोशन किया है। प्रियंका ने भारत में 1 से 7 मई तक आयोजित हुए एमएस यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड 2022 का खिताब अपने नाम किया है। प्रतियोगिता में 62 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता में 7 राउंड हुए, जिसमें स्पोर्ट्स, टेलेंट, हाई फैशन, रैंप वॉक, पसर्नल इंटरव्यू, सोशल एंड वालंटियर वर्क पोर्टफोलियो, इवनिंग गाउन राउंड शामिल थे।बाहरी सुंदरता के अलावा व्यक्तित्व की पहचान के लिए प्रतियोगिता में इंटरव्यू सेशन भी था, जिसमें प्रियंका से करीब 40 मिनट तक जजों ने सवाल-जवाब किए। प्रियंका ने बताया कि उस दौरान जज उनसे काफी खुश हुए।
पिछले साल मिसेज इंडिया-2020 प्रतियोगिता में भी जीत दर्ज की थी
उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रियंका जुनेजा ने पिछले साल मिसेज इंडिया-2020 प्रतियोगिता में भी जीत दर्ज की थी। कोविड-19 संक्रमण के चलते वह प्रतियोगिता ऑनलाइन हुई थी। खास बात यह था कि प्रियंका के दो बच्चे होने के बावजूद उन्होंने प्रतियोगिता में भाग लिया और जीत हासिल की।
जीत लिया जजों का दिल
जब प्रियंका से सवाल पूछा गया कि यूक्रेन-रूस देशों में युद्ध चल रहा है, उसमें आप किस देश का साथ देंगी, तो प्रियंका ने जवाब दिया कि वह किसी एक देश के साथ नहीं है। वह बस इंसायनित का पक्ष लेंगी। दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के साथ-साथ उनके बीच के मतभेद भी खत्म होने चाहिए, क्योंकि युद्ध से कई लोगों प्रभावित हो रहें है। वहीं, दूसरे सवाल में उनसे पूछा गया कि दुनियां में बढ़ रही ग्लोबल वार्मिंग पर आप क्या सोच व समझ रखती हैं और यह कैसे खत्म हो सकती है। प्रियंका ने जवाब दिया कि किसी भी बुराई को खत्म करने के लिए शुरुआत खुद से ही की जानी चाहिए। हर इंसान को यह सोचना व समझना पड़ेगा कि समाज के लिए उनकी क्या जिम्मेदारियां है। पहला कदम खुद का उठेगा तो परिणाम बेहतर होगा।
प्रियंका गरीब बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाती भी हैं
प्रियंका जुनेजा ने एसडी पीजी कॉलेज, पानीपत से शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने बताया कि शादी के 10 साल बाद भी उन्होंने अपना ख्वाब नहीं छोड़ा। शादी से पहले मिस इंडिया पेजेंट में हिस्सा लेना चाहती थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। शादी के 10 साल बाद उन्हें मौका मिला था। मिसेज इंडिया प्रतियोगिता के लिए उन्होंने दो माह में अपना वजन 57 किलोग्राम किया था। साथ ही प्रियंका गरीब बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाती भी हैं।
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