Aaj Samaj (आज समाज),Panipat Yamuna River Update, पानीपत: सनौली खुर्द यमुना पुल पर पिछले दो दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बढ़ रहे यमुना नदी के जलस्तर में गुरुवार को 51 सेमी की गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को रात आठ बजे से यमुना के जल स्तर में गिरावट शुरू हो गई थी। बुधवार रात को 12 बजे यमुना पुल पर पानी का जल स्तर 232.18 दर्ज किया गया था, जबकि आठ बजे यमुना का जल स्तर 232.30 दर्ज किया गया था। इसके बाद लगातार जल स्तर में गिरावट शुरू हो गई थी। हालांकि, अभी भी यमुना नदी खतरे के निशान से 29 सेमी ऊपर बह रही है। इसके चलते क्षेत्र के लोगों में बाढ़ की दहशत बरकरार नजर आ रही है।
- गौशाला के पास करीब 6 माह पहले बनकर तैयार हाईवे में आई दरार, प्रशासन हुआ अलर्ट
हथिनी-कुंड बैराज से भी निरंतर पानी छोड़ने का सिलसिला जारी
हथिनी-कुंड बैराज से भी निरंतर पानी छोड़ने का सिलसिला जारी है। लेकिन बुधवार की अपेक्षा वीरवार को छोडे जा रहे पानी में काफी गिरावट आई है। जिसमें यमुना का जल स्तर कम होने व अन्य गांवों व खेतों में पहुंचा यमुना का पानी भी कम होने से क्षेत्र के लोगों ने चैन की साँस ली है। वही दुसरी और प्रशासन भी पानी का दबाव कम होते ही नवादा आर गांव के पास टुटे पुरानी यमुना के बांध की मरम्मत करने में जूट गया है। ताकि भविष्य में पानी का दबाव पडने पर भी यमुना का पानी गांवों में ना पहुंच सकें। दरअसल, पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में वर्षा के चलते पिछले दो दिनों से सनौली खुर्द क्षेत्र से गुजरने वाली यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। जलस्तर बुधवार को खतरे के निशान 231.50 मीटर को पार कर 80 सेमी अधिक 232.30 मीटर पर पहुंच गया था। मंगलवार को यमुना नदी में 320893 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद जलस्तर में वृद्धि हुई थी। जबकि बुधवार को सुबह सात बजे 190837 क्यूसेक, नौ बजे 153768 क्यूसेक, दस बजे 142025 क्यूसेक, 11 बजे 136274 क्यूसेक, दोपहर दो बजे 130604 क्यूसेक व रात्रि आठ बजे 147857 क्यूसेक पानी हथिनी-कुंड बैराज से यमुना नदी में डिस्चार्ज किया गया था।
51 सेमी की गिरावट दर्ज की गई
केन्द्रीय जल आयोग बोर्ड के अनुसार वीरवार को दो बजे सनौली खुर्द यमुना पुल पर जलस्तर में 51 सेमी की गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन अभी भी पानी का बहाव खतरे के निशान से 29 सेमी ऊपर है। वर्तमान में बहाव 231.79 मीटर पर है।
लगातार छोड़े जा रहे पानी में आ रही गिरावट
वीरवार को हथिनी-कुंड बैराज से सुबह आठ बजे 159757 क्यूसेक, सुबह 9 बजे 162781 क्यूसेक, सुबह 10 बजे 162781 क्यूसेक, सुबह 11 बजे 151986 क्यूसेक, दोपहर 12 बजे 143767 क्यूसेक, एक बजे 119512 क्यूसेक, दोपहर 2 बजे 110352 क्यूसेक पानी यमुना नदी डिस्चार्ज किया गया है। क्षेत्र में हाई अलर्ट के चलते विशेष निगरानी की जा रही है। अभी क्षेत्र में फसलों को नुकसान को छोडक़र किसी प्रकार की कोई सूचना नहीं है।
केंद्रीय जल आयोग की टीम ने यमुना किनारे डाला डेरा
लगातार यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण बुधवार सुबह केंद्रीय जल आयोग बोर्ड यमुना नदी भारत सरकार नई दिल्ली के जेई रोहित कुमार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने यमुना किनारे डेरा डाल लिया है। लगातार हर एक घंटे की फीडबैक तैयार कर केंद्रीय जल आयोग बोर्ड नई दिल्ली को भेजी जा रही है। जेई रोहित कुमार ने बताया कि यमुना नदी फिलहाल खतरे के निशान से करीब 29 सेंटीमीटर ऊपर बह रही हैं। जिसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है। उनकी ओर से बढ़ते जल स्तर की फीड बैक तैयार कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रहीं हैं। अगर पहाड़ों में बरसात कम होती है तो यमुना के पानी का जल स्तर कम होगा।
प्रशासन अलर्ट, आर्मी ने जमाया डेरा
मंगलवार दोपहर से ही यमुना के क्षेत्रों में पानीपत प्रशासनिक अधिकारी नजर जमाए हुए हैं। गोताखोरों की टीमें भी मौजूद हैं। इतना ही नहीं, आर्मी ने भी तीन दिन से वहां डेरा डाला हुआ है। हालांकि बुधवार शाम को आर्मी की गाड़ी भी गहरे पानी में पलट गई थी। जिसमें 6 जवानों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। जवानों को चोटें भी आई थी, लेकिन, देशसेवा की भावना में इस आपदा के समय में जवान तत्पर तैयार बैठे हुए हैं।
लोगों से सम्पर्क बना रहे एसएचओ
डीएसपी समालखा नरेंद्र सिंह व थाना सनौली प्रभारी महाबीर यमुना क्षेत्र के सभी गांवों के सरपंच व अन्य लोगों से संपर्क बना रहे है। यदि उन्हें या उनके आसपास किसी को कोई परेशानी है तो उसे तुरंत सहायता उपलब्ध करवाएं। लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति घबराए नहीं। यदि किसी को खाद्य सामग्री, मेडिकल या अन्य किसी सहायता की आवश्यकता है तो तुरंत पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दें, ताकि प्रशासन की तरफ से उन तक शीघ्र मदद पहुंचाई जा सके।
गौशाला के पास करीब 6 महीने पहले बनकर तैयार हाईवे पर आई दरार
सनौली खुर्द गौशाला के पास पानीपत-हरिद्वार रोड पर अचानक कुछ दूरी पर दरार आ गई। दरार की सूचना मिलते ही प्रशासन अलर्ट हो गया। हालांकि बताया जाता हे कि उक्त हाईवे को करीब 6 माह पहले ही बनाकर तैयार किया गया था, लेकिन यमुना में आए पानी के दबाव के चलते हाईवे में अचानक दरार आ गई। यमुना बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र होने के बावजूद उक्त क्षेत्र में अच्छी किस्म की सामग्री का प्रयोग किया गया है, लेकिन इसके बावजूद भी आई दरार से प्रश्नचिन्ह बन गया है। अगर कम पानी के दबाव से ही हाईवे में दरार आ गई है तो उक्त क्षेत्र यमुना के नजदीक होने के कारण कभी भी बारिश के मौसम में भारी मात्रा में पानी आ सकता है, अगर हाईवे पर ऐसे ही दरार आती रही तो कभी भी हादसा घटित हो सकता है।
नवादा आर गांव के पास दिखाई दिया सड़क में गड्ढा, ग्रामीण दे रहे पहरा
यमुना नदी का बांध टूटने से पानी ने अपना रूद्र रूप दिखाया और खेतों के रास्ते गांवों की और बढ गया, लेकिन प्रशासन की सूझबूझ से गांवों में पानी नही घूस सका। पानी इतना था कि खेत और सड़क दिखाई नही दे रहे थें, इस दौरान नवादा आर से नवादा पार और गढ़ी बेसिक जाने वाली सड़क पर पानी के कटाव के कारण गड्ढा बन गया, जिसमें आर्मी की गाड़ी भी दिखाई ना देने से गिर गई थी, लेकिन पानी कम होने से गड्ढा दिखाई देने लगा। अब ग्रामीण सडक पर खडे होकर पहरा दे रहे है, ताकि कोई हादसा घटित ना हो सकें।
विधायक ने किया बाढ ग्रसत क्षेत्र का दौरा
विधायक धर्मसिहं छौक्कर ने बाढ ग्रस्त क्षेत्र के कई गांवों का दौरा किया और ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि वों किसी प्रकार की ङ्क्षचता ना करें अगर उन्हे कोई परेशानी है तो उन्हे बताएं उनकी परेशानी का समाधान करवा दिया जाएगा। इस दौरान उन्होने अधिकारीयों को भी हर संभव सहायता करने और टुटे यमुना बांध की जल्द मरम्त कराने के निर्देश दिए।
झांबा गांव के मन्दिर का प्रांगण बना स्विमिंग पुल
झांबा गांव में यमुना का पानी घुसने से चारों और जल ही जल हो गया था, लेकिन यमुना का जल स्तर होने से पानी भी कम हो गया, लेकिन अभी भी गांव के मंदिर के प्रांगण में यमुना का जल भरा हुआ है। जिसके अंदर छोटे-छोटे बच्चों ने गद्दों को डालकर तैरना शुरू कर दिया है और पूरा आनंद लेते हुए स्विंमिग पुल का अनुभव कर रहे है।
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