Aaj Samaj (आज समाज),PCC Academy News, पानीपत: शनिवार को पीसीसी एकेडमी में एक सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य विदेश जाने को लेकर था। इस मौके पर बच्चों ने अपने विचार प्रकट किए कि हमें विदेश क्यों जाना चाहिए। पीसीसी एकेडमी के निदेशक राजीव परुथी ने कहा आज सभी युवा विदेश की तरफ रुख कर रहे हैं। विदेश जाना अच्छी बात है, परंतु हमारे देश में भी बहुत सारी ऐसी सुविधाएं एवं अवसर हैं, जिनका हम फायदा उठाकर कामयाबी हासिल कर सकते हैं।
मेहनत के साथ काम करके कामयाबी हासिल कर सकते हैं
इस सेमिनार में सभी बच्चों ने बढ़ चढ़कर विदेश क्यों जाना चाहिए ? इस पर विचार प्रकट किए एवं पीसीसी एकेडमी के निदेशक राजीव परुथी से इस बारे सवाल पूछे। राजीव परुथी ने कहा जरूरी नहीं विदेश में जाकर ही आप कामयाब हो सकते हैं। आप अपने देश में भी लग्न एवं मेहनत के साथ काम करके कामयाबी हासिल कर सकते हैं। राजीव के अनुसार जो युवा अपने देश में आलसी है, वह विदेश जाकर वह सारे काम करता है, जो अपने घर में नहीं करता। यदि वह आलस अपने घर एवं अपने देश में छोड़ दे और अपने ही देश में मेहनत और लगन से काम करें तो कामयाबी उसके कदम चूमेगी।
बच्चों को समझाया कि हमें विदेश क्यों जाना चाहिए
पीसीसी एकेडमी से शिल्पा परुथी ने बच्चों को कहा विदेश जाने के लिए कई कारण हो सकते हैं। शिल्पा परुथी ने कुछ इस तरीके से बच्चों को समझाया कि हमें विदेश क्यों जाना चाहिए। शिल्पा के अनुसार मुख्य तीन कारण है जिनके लिए हमें विदेश जाना चाहिए।
1. पर्यटन: विदेश यात्रा पर्यटन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आपको नई जगहों, संस्कृति, खाद्य, और लोगों से मिलने का अवसर देता है। अन्य देशों के प्राकृतिक सौंदर्य, ऐतिहासिक स्थल, और धार्मिक स्थलों का आनंद लेने के लिए विदेश यात्रा की जा सकती है।
2. शिक्षा: कई छात्र विदेश जाते हैं ताकि वे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें। विदेश में अच्छी मान्यता वाले विश्वविद्यालय और कॉलेजों में एडमिशन मिलने की संभावना होती है जो आपके अध्ययन के क्षेत्र में मान्यता और करियर के अवसरों में सुधार कर सकती है।
3. रोजगार के अवसर: कुछ लोग विदेश जाकर बेहतर रोजगार के अवसर ढूंढने के लिए जाते हैं। कुछ देशों में विशेष क्षेत्रों में काम करने के लिए अच्छी संभावनाएं होती हैं, जैसे कि इंजीनियरिंग, डाक्टर, इस मौके संजना धमीजा,पलक सहगल, सिमरन,प्रियंका, मंजू, हिमांशी, भूमि, ज्योति, अनुष्का, पूजा ,वैभव, हर्ष, भव्य आदि उपस्थित रहे।