पानीपत। आर्य कॉलेज के इको क्लब व प्राणीशास्त्र संगठन के संयुक्त तत्वावधान में विश्व ओजोन दिवस व जू फेस्ट का आयोजन किया गया। आस्ट्रेलिया में सीनियर प्रोजेक्ट ऑफिसर के पद पर कार्यरत वैज्ञानिक डॉ. राजेश जलोटा ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के तरीके व पर्यावरण संरक्षण विषय पर सेमिनार में व्याख्यान दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. गीतांजली साहनी ने वर्ष 2024 ओजोन दिवस की थीम ओजोन फॉर लाइफ 35 इयर्स ऑफ ग्लोबल कोपरेशन पर विस्तार से ओजोन परत के संरक्षण में चर्चा की और बताया कि इस बार ओजोन दिवस को वैश्विक सहयोग के पैंतीस वर्ष पूरे होने के रूप में मनाया जा रहा है। इस संदर्भ में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया गया। जिसमें औद्योगिक शहर पानीपत व आस-पास के गांव से कीट पंतगों व पक्षियों की जीव विविधता पर खींचे चित्रों की प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केंद्र रही।
अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक डॉ. राजेश जलोटा रहे मुख्य प्रवक्ता
डॉ साहनी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से जीव विविधता पर किए गए शोध कार्य से वे पानीपत की कुछ प्रजातियों को बायो इंडिकेटर के रूप में दर्शा पाए। यह प्रजातियां रासायनिक पदार्थों व स्थानीय प्रदूषण के कारण विलुप्त होने की कगार पर हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि करनाल के महान शिक्षाविद् मीहिर बैनर्जी रहे जो वर्षों से स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को आइएएस,यूपीएसस,आइएफएस जैसी राष्ट्रीय परीक्षाओं का प्रशिक्षण दे रहे हैं। उन्होंने प्रतिभागियों के कठोर परिश्रम व अनुशासन की सराहना करते हुए कहा कि ओजोन व पर्यावरण संरक्षण में यह उनका सराहनीय कदम है। इस कड़ी में 11 सितंबर आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता, 12 सितंबर को पोस्टर मेकिंग व स्लोगन लेखन प्रतियोगिता, 13 सितंबर को बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने रचनात्मक तरीकों से अपशिष्ट का प्रयोग करके पक्षियों के घोंसले, फीडर आदि बनाए ताकि उनके आवासों का संरक्षण किया जा सके।
14 सितंबर को डॉ. जलोटा ने घरों के वेस्ट से खाद बनाने, घरों में ही फल-सब्जियां उगाने व पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान देने के तरीकों पर प्रशिक्षण दिया व आस्ट्रेलिया में अपने घर के आस-पास बंजर पडी जमीन को उपाउ बनाकर किचन गार्डन बनाने की डॉक्यूमेंट्री दिखाई। जहां अब कंगारू व अन्य जीव उनके मित्र बनकर रह रहे हैं 14 सितंबर को एविन फोना व इटिमोलॉजिकल फोना की फोटोग्राफी प्रतियोगिता करवाई गई। वहीं डॉ. हरदीप द्वारा निर्देशित वीडियोग्राफी प्रतियोगिता में किटटू की टीम प्रथम रही। पर्यावरण स्किट द्वारा सूर्य की पराबैंगनी किरणों व अल्फा,बीटा,गामा रेस, क्लोरो फ्लोरो कार्बन गैसों द्वारा ओजोन परत के होने वाले नुकसान को दर्शाया गया। विद्यार्थियों व प्राध्यापकों से ओजोन संरक्षण के लिए शपथ दिलवाई गई। 16 सितंबर को एक्सट्रीमपोर प्रतियोगिता के साथ जू फेस्ट 2024 का समापन हुआ। नई शिक्षा नीति के तहत एमडीसी के नॉन मेडिकल व कंप्यूटर साइंस के विद्यार्थियों ने प्रजातियों के अवलोकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कॉलेज के प्रबंधक समिति व प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन का श्रेय प्राणीशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. गीतांजलि साहनी व डॉ.हरदीप और पिंकी को देते हुए कहा कि हमें पर्यावरण के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए। निर्णायक मंडल की भूमिका डॉ. गीतांजलि साहनी व डॉ.हरदीप और पिंकी ने निभाई। मंच संचालन खुशी व खुशबू ने किया।
यूं रहे प्रतिभा खोज कार्यक्रम के परिणाम.
भाषण प्रतियोगिता में बीसीए प्रथम वर्ष की केशवी ने प्रथम स्थान, बीएससी प्रथम वर्ष की पायल ने द्वितीय स्थान, वहीं बीएससी प्रथम वर्ष के रुशील ने तृतीय स्थान हासिल किया। खुशी और गुणीत को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बीवीआईडी प्रथम वर्ष के आशीष ने प्रथम स्थान, बीएससी द्वितीय वर्ष की किट्टु शर्मा ने द्वितीय स्थान, वहीं बीएससी प्रथम वर्ष की शाइन ने तृतीय स्थान हासिल किया। राधिका और स्नेहा को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में बीएससी प्रथम वर्ष की निशा ने प्रथम स्थान, बीएससी तृतीय वर्ष की आकांक्षा ने द्वितीय स्थान, वहीं बीएससी प्रथम वर्ष के आशु ने तृतीय स्थान हासिल किया। अनमोल को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता में बीएससी प्रथम वर्ष के आशू ने प्रथम स्थान, बीएससी द्वितीय वर्ष की स्नेहा ने द्वितीय स्थान, वहीं बीवीआईडी प्रथम वर्ष की तमन्ना ने तृतीय स्थान हासिल किया। नेहा को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
फोटोग्राफी प्रतियोगिता में बीएससी प्रथम वर्ष के मंजीत सिंह ने प्रथम स्थान, बीएससी तृतीय वर्ष की वर्षा शर्मा ने द्वितीय स्थान, वहीं बीएससी द्वितीय वर्ष के कुनाल ने तृतीय स्थान हासिल किया। स्नेहा और मोनिका को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
एक्सटेंपोर प्रतियोगिता में बीएससी प्रथम वर्ष की आदिय ने प्रथम स्थान, बीएससी प्रथम वर्ष की भव्या ने द्वितीय स्थान, वहीं बीएससी प्रथम वर्ष की पुष्पांजलि ने तृतीय स्थान हासिल किया। शजीत को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।