आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आयुर्वेद दिवस को उत्सव की भांति मनाने के लिए सोमवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गांव धनसोली, पीएचसी सिवाह, नौल्था, ददलाना तथा गांव कवी मे हर दिन हर घर आयुष के संदेश का विस्तार करने के लिए व्याख्यान एएमओ डॉक्टर सोनिका राजपाल, डॉक्टर नीलू सिंह, डॉक्टर रेखा, डॉक्टर दिनेश बिंद्रा, तथा डॉक्टर सुक्रम पाल द्वारा दिया गया।
चंद्रमा की किरणे अत्यंत लाभकारी एवं औषधीय गुणों से भरपूर होती
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस को ध्यान मे रखते हुए इस अवसर पर योग सहायकों ने योग करवा कर सभी को जागरूक करते हुए बताया कि वे किस तरह योग के माध्यम से अपना मानसिक संतुलन बना कर रख सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सीनियर एएमओ डॉक्टर अंजू फोगाट ने आयुष विंग सिविल हॉस्पिटल में औषधीय खीर आने वाले मरीजों को देते हुए उसका महत्त्व बताया की शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा अपनी संपूर्ण सोलह कलाओं से युक्त होता है इसलिए इस रात चंद्रमा की जो किरणे धरती पर आती है वह किरणे सृष्टि के साथ साथ सभी जीवों के लिए अत्यंत लाभकारी एवं औषधीय गुणों से भरपूर होती है।
आयुष को हर घर जन जन तक पहुंचाने के लिए आयुष विभाग प्रतिबद्ध
शरद पूर्णिमा की रात को खीर बना कर जब चांदी या कांस्य के बर्तन मे रखी जाती है तो दूध तथा चावल चंद्रमा की किरणों को पूर्ण रूप से अवशोषित कर लेता है जिसके कारण वह खीर भी औषधीय गुणों से भरपूर हो जाती है इसी वजह से शरद पूर्णिमा की रात को खीर बना कर चंद्रमा की रोशनी में रख कर खाने की परम्परा आयुर्वेद और भारतीय संस्कृति में विशेष स्थान रखती है। इसी कड़ी में डीपीएम महिपाल बंसल ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा की आयुर्वेद दिवस तक प्रतिदिन आयुष को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयुष को हर घर जन जन तक पहुंचाने के लिए आयुष विभाग प्रतिबद्ध है।