आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आर्य बाल भारती परिसर में विश्व जल दिवस एवं आर्य समाज का 148 वां स्थापना दिवस समारोह पूरी श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्राचार्या रेखा शर्मा ने की। समारोह के मुख्य अतिथि स्कूल प्रबंधक समिति के प्रधान आर्य रणदीप सिंह कादियान रहे। विशिष्ट अतिथि प्रबंधक राजेंद्र सिंह जागलान रहे। सम्मानित अतिथि कोषाध्यक्ष आर्य मेहताब मलिक रहे। विद्यालय के उप प्राचार्य और वैदिक धर्म के विद्वान प्रवक्ता आचार्य राजकुमार शर्मा ने आर्य समाज स्थापना दिवस के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इससे पूर्व वैदिक यज्ञ करके वरुण देवता की विशेष आहुति देकर जल संरक्षण की कामना की गई।
अपने बच्चों को आर्य बाल भारती जैसी संस्थाओं में प्रवेश दिलाना चाहिए
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि आर्य रणदीप कादियान ने कहा कि छुआछूत अंधविश्वास अज्ञानता और अशिक्षा के अंधकार को मिटाने के लिए स्वामी दयानंद ने आज से 148 वर्ष पूर्व आर्य समाज की स्थापना की। उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम की धारणा को धरातल पर उतारने के सभी प्रयास किए इसलिए हमें स्वामी दयानंद और स्वामी श्रद्धानंद के बताए मार्ग पर चलते हुए विश्व कल्याण के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि अभिभावक अपने बच्चों को वैदिक संस्कारों से ओतप्रोत देशभक्त विद्वान नागरिक बनाना चाहते हैं, तो उन्हें अपने बच्चों को आर्य बाल भारती जैसी संस्थाओं में प्रवेश दिलाना चाहिए।
विश्व में जल युद्ध होने की पूरी संभावना
समारोह को संबोधित करते हुए प्रबंधक आर्य राजेंद्र जागलान ने कहा कि भारत में प्राचीन काल से ही जल की वरुण देवता के रूप में आराधना यज्ञ के रूप में की जाती रही है, लेकिन पाश्चात्य संस्कृति के बढ़ते प्रभाव के कारण विश्व मानव ने जल स्रोतों का तेजी से शोषण किया है। बढ़ते जल दोहन और शोषण की इसी प्रवृत्ति का परिणाम है कि आज विश्व मानव के समक्ष मीठे जल का संकट आ खड़ा हुआ है, यदि समय रहते प्राकृतिक जल संसाधनों का संरक्षण नहीं किया गया तो विश्व में जल युद्ध होने की पूरी संभावना है। कोषाध्यक्ष आर्य मेहताब मलिक ने कहा कि यदि विश्व मानव मीठे जल को बचाना चाहता है तो उसे प्रभु प्रदत्त प्राकृतिक खेती को अपनाना होगा।
संसार में वेद ही ईश्वरीय वाणी है
कार्यक्रम के अध्यक्ष विद्यालय की प्राचार्या रेखा शर्मा ने कहा कि संसार में वेद ही ईश्वरीय वाणी है। इसीलिए ऋषि दयानंद ने कहा कि वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। यही नहीं वेदों के सभी सिद्धांत विज्ञान की कसौटी पर खरे उतरते हैं। प्रबंधक समिति की ओर से वेद प्रचार में विशेष सहयोग देने वाले अध्यापकों एवं अध्यापिकाओं को सत्यार्थ प्रकाश देकर सम्मानित किया इस अवसर पर ज्योति दहिया पूनम नरवाल दर्शना शर्मा पुष्पा शर्मा पूनम गुप्ता सीमा मलिक सीमा घनघस कीर्ति किरण मलिक कपिल रितु वाधवा कविता कुंडू विम्मी मल्होत्रा रेखा शेरावत प्रवीण आर्य तरुण आदि उपस्थित रहे।