Aaj Samaj (आज समाज),Woman Died After Being Hit By Cattle, पानीपत: गुरुवार को असंध रोड पर 33 वर्षीय देवी की गोवंश की चपेट में आने से हुई मौत में निगम प्रशासन पूरी तरह दोषी है। यह आरोप जोगेंद्र स्वामी पूर्व जिला पार्षद ने शुक्रवार को प्रेस को जारी विज्ञप्ति में लगाते हुए कहा कि पिछले 1 साल से इन गोवंश के चलते कई हादसे हो चुके हैं और कई लोग अपनी जान दे चुके हैं और कई गंभीर अवस्था के चलते आज बेड पर है जिसमें पिछले महीने सांड के साथ टक्कर में जगप्रीत सिंह सेक्टर 13- 17 आज भी कोमा में है, जिसका मामला स्वयं उपायुक्त वीरेंद्र दहिया के संज्ञान में है।
- होना चाहिए हत्या का मामला दर्ज, प्रत्येक पीड़ित को मिले मुआवजा : स्वामी
बच्चे को कोमा की स्थिति में ही डिस्चार्ज कर दिया
उन्होंने आरटीओज अस्पताल में जाकर बच्चे का हाल जाना और अस्पताल प्रबंधकों को इस बच्चे के इलाज के खर्च का कोई पैसा न लेने की हिदायत दी। जिसका उन्होंने प्रशासन से पेमेंट करवाने का बोला गया था, लेकिन जब तक स्टार हेल्थ पॉलिसी चलती रही तब तक अस्पताल मैनेजमेंट ने बच्चे को अपने पास रखा लगभग 6.50 लाख रुपए का बिल होने के बाद जब हेल्थ पॉलिसी खत्म हो गई तो बच्चे को डिस्चार्ज करने की बात चलती रही और 10 दिन के बाद भी बच्चे को कोमा की स्थिति में ही डिस्चार्ज कर दिया गया।
हत्या का मामला मेयर और आयुक्त नगर निगम पर होना चाहिए
इसी प्रकार से हनुमान कॉलोनी की महिला की सांड की चपेट में आने के कारण रीड की हड्डी टूट गई, आज वह महिला बेड पर पड़ी है, लेकिन प्रशासन की तरफ से उसका कोई हाल जानने नहीं पहुंचा। उन्होंने कहा कि आवारा गोवंश को उठाने का कार्य नगर निगम का है उसमें अगर कोई हादसा होता है उसके नुकसान की हर खर्चे की जिम्मेवारी नगर निगम के ऊपर ही तय होनी चाहिए। इसलिए इसमें जो महिला की सांड से टक्कर लगने से मृत्यु हुई है, उसकी हत्या का मामला मेयर और आयुक्त नगर निगम पर होना चाहिए, क्योंकि हां एक दो बार होता है बार-बार होने वाला जानबूझकर की वारदात कहलाती है इसलिए इसमें हत्या का मामला बनता है मांग करते हुए कहा कि इन हादसों में पीड़ित लोगों मुआवजा दिलवाया जाए।