मांगे नहीं मानी तो होगा रिफाइनरी के खिलाफ प्रदर्शन
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। रिफाइनरी द्वारा क्षेत्र में विकास कार्य न करवाने के खिलाफ रिफाइनरी क्षेत्र के ग्रामीण रिफाइनरी के खिलाफ लामबंद हुए। रिफाइनरी क्षेत्र के आसपास के गांवों के पूर्व सरपंचों, मौजूदा सरपंचों और गणमान्य व्यक्तियों ने रिफाइनरी क्षेत्र ग्रामीण संघर्ष समिति का गठन कर शनिवार को संरक्षक पूर्व सरपंच नैनपाल राणा अध्यक्षता में बैठक की। जिसमें रिफाइनरी द्वारा आसपास के क्षेत्र में सीएसआर एक्टिविटी के तहत किए जाने वाले कामों को बंद करने के खिलाफ सरपंचों में रिफाइनरी के खिलाफ रोष व्याप्त है।
सीएसआर गतिविधियों के तहत कोई भी विकास कार्य नहीं करवाया गया
रिफाइनरी क्षेत्र ग्रामीण संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित बैठक में पहुंचे सरपंच सिठाना सतनाम सिंह, सरपंच प्रतिनिधि बोहली रमेश कुमार, सरपंच प्रतिनिधि कुताना पुष्पेन्द्र सिंह, सरपंच प्रतिनिधि मुनक ओमप्रकाश, पूर्व सरपंच ददलाना नरेंद्र राणा , पूर्व सरपंच बोहली सज्जन सिंह, पूर्व सरपंच सरदार जोगा सिंह, पूर्व सरपंच सिठाना सतपाल बाजीगर , सलीम डूम, जोगिंदर संधू, घनश्याम पाल, मोहन राणा, गुरपेज सिंह , सुरेंद्र सिंह आदि ने रिफाइनरी के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कहा कि रिफाइनरी द्वारा पहले आसपास के क्षेत्र में विकास कार्य करवाए जाते थे। परंतु पिछले कई वर्षों से रिफाइनरी द्वारा आसपास के क्षेत्र में सीएसआर गतिविधियों के तहत कोई भी विकास कार्य नहीं करवाया गया।
पैसा यहां न खर्च कर कहीं दूसरी जगह खर्च किया जाता है
सरपंचों और गणमान्य व्यक्तियों ने कहा कि रिफाइनरी द्वारा रिफाइनरी क्षेत्र के सीएसआर का पैसा यहां न खर्च कर कहीं दूसरी जगह खर्च किया जाता है। वहीं उन्होंने बताया कि रिफाइनरी आसपास के क्षेत्र के लोग रिफाइनरी का प्रदूषण खाते हैं परंतु रिफाइनरी विकास कार्य किसी दूसरी जगह जाकर करवाती है। उन्होंने बताया कि आसपास के क्षेत्र के लोग अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे क्षेत्र के आसपास के गांवों के सभी नए व पुराने सरपंचों और लोगों को एकत्रित कर रिफाइनरी गेट पर धरना प्रदर्शन करेंगे। जिसका जिम्मेदार रिफाइनरी प्रशासन होगा।
राज्यसभा सांसद से मिलेगा संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल
बैठक में उपस्थित सरपंचों ने बताया कि रविवार को रिफाइनरी क्षेत्र ग्रामीण संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधिमंडल रिफाइनरी के खिलाफ राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार से मिलेगा । और रिफाइनरी द्वारा क्षेत्र में विकास कार्य न करवाए जाने वाली कार गुजारियों से अवगत करवाएगा।
सर्वसम्मति से किया गया समिति का गठन
समिति के संरक्षक नैनपाल राणा ने बताया कि रिफाइनरी क्षेत्र ग्रामीण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का सर्वसम्मति से चयन किया गया। जिसमें पूर्व सरपंच नरेंद्र राणा को प्रधान नियुक्त किया गया, जबकि पूर्व सरपंच बोहली सज्जन सिंह और पूर्व सरपंच सिठाना सतपाल बाजीगर को उपप्रधान नियुक्त किया गया। आगे आयोजित की जाने वाली बैठक में सारी कमेटी का गठन किया जाएगा।
सरकार द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों का पालन नही करती रिफाइनरी
सरपंचों ने रिफाइनरी के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए कहा कि रिफाइनरी सरकार द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों का पालन नहीं करती। हरियाणा सरकार का कानून है कि जिस क्षेत्र में कोई भी संस्थान बना होता है उसमें उस क्षेत्र के 75 प्रतिशत युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। सरपंचों ने बताया कि रिफाइनरी अधिकारी 75 प्रतिशत युवाओं को रोजगार देने की बजाय आसपास के क्षेत्र के लोगों को हटाकर अपने साथ लाए युवाओं को रोजगार पर लगाते हैं।