Aaj Samaj (आज समाज),Two Sisters locked in House For Almost A Year In Panipat, पानीपत : शहर में 2 बहने पिछले करीब एक साल से कमरे में बंद है। माता-पिता की मौत हो चुकी है। पड़ोसियों ने उन्हें घर में बंद देखकर बुधवार को पुलिस को सूचना दी। पुलिस खिड़की के जरिए युवतियों से बातचीत की कोशिश की, लेकिन वह दरवाजा नहीं खोल रही हैं। खिड़की से बाहर काफी बदबू आ रही है। इतना ही नहीं कमरे के अंदर अंधेरा भी है। महिला कमला ने बताया कि वह काइस्तान मोहल्ला की रहने वाले है। वह इन दोनों युवतियों की ताई लगती है। उसके देवर दुलीचंद की करीब 10 साल पहले कैंसर से मौत हो गई। जबकि उसकी देवरानी शकुंतला का 5 साल पहले हार्ट अटैक से निधन हो गया था। मां-बाप की मौत के बाद दोनों बेटियां एक निजी कंपनी में काम करती थीं।
- मां बाप की हो चुकी है मौत
- पड़ोसियों ने बुलाई पुलिस, नहीं खोल रहीं दरवाजा
पड़ोसियों से भी कभी-कभार कुछ खाने का मांग लेती थी
घर के साथ में स्थापित श्री चित्रगुप्त मंदिर के पुजारी कन्हैया कौशिक ने बताया कि दोनों में से एक ही बहन उनसे बात करती है। दूसरी बहन को न कभी देखा और न ही उसकी कभी आवाज सुनी है। एक बहन खिड़की से कहती है कि पंडितजी प्रसाद दे देना। जब उसे प्रसाद, लंगर आदि देने जाते हैं, तो वह मामूली सा ही दरवाजा खोलती है और प्रसाद लेकर फिर बंद कर देती है। एक युवती खिड़की से आवाज लगाकर पड़ोसियों से भी कभी-कभार कुछ खाने का मांग लेती थी। रेहड़ी चालक भी पपीता या अन्य कोई फल काट कर छोटे-छोटे टुकड़े कर के खिड़की के नीचे से पकड़ा देता था।
जानकारी देते हुए कमला ने बताया कि दोनों बहनों ने जब खुद कमाना शुरु किया, तो उनसे लगभग फैमली के अन्य सदस्यों से बोल-चाल कम हो गई थी। उनके पास आना-जाना भी कम हो गया था। दोनों बहनें डबल एमए हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि दोनों में से एक बहन की कुछ समय पहले गिरने से पैर में चोट लग गई थी। अब उसकी रीढ़ की हड्डी में भी चोट बताई गई है।