
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। गांधी स्मारक निधि पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश में बुधवार को संयुक्त पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री भीमसेन सच्चर जी की पुण्यतिथि धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर आश्रम परिसर में हवन यज्ञ एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में हेमलता रावत ने सच्चर साहब के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म पेशावर में हुआ था उन्होंने लाहौर से बीए, एलएलबी किया। पेशे से वह पहले वकील बने। इसके बाद वह 1949 में पंजाब के मुख्यमंत्री और बाद में आंध्र प्रदेश एवं उड़ीसा के गवर्नर रहेे। वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भी थे, इन्होंने जीवन पर्यंत गांधी विचार को अपनाया।
उनका जीवन सादगी से भरा हुआ था
इनका अंतिम समय गांधी स्मारक निधि परिसर में बीता था और इनकी मृत्यु भी आश्रम पट्टी कल्याणा में हुई थी। सच्चर साहब के पुत्र राजेंद्र सच्चर भारत के मुख्य न्यायाधीश थे। सच्चर साहब आश्रम पट्टी कल्याणा में रहने के दौरान यहां के नियमों का पूरा पालन करते थे और उनका जीवन सादगी से भरा हुआ था। पानीपत के सिविल अस्पताल का नाम भी उनके नाम से रखा गया है। इस अवसर पर गांधी स्मारक निधि के सचिव आनंद कुमार शरण, किरण शरण, डॉ विकास सक्सेनाा, डॉ रित दर्शनी, सुनीता शर्मा, अजय श्रीवास्तव, धर्मपाल, संजय, राजेश, विकास ठक्कर, धनराज, गिरिराज, योगेंद्र कुमार यादव मोनिका श्रीवास्तव, सुशीला देवी विमलेश एवं स्कूल की शिक्षिकाएं बच्चे व अन्य लोग उपस्थित रहे।
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