पानीपत। पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन के कुशल मार्गदर्शन में कार्रवाही करते सीआईए-टू पुलिस की टीम ने हत्या की तीन ब्लाइंड वारदातों का पर्दाफाश करते हुए सीरियल किलर को गिरफ्तार किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह ने शनिवार को लघु सचिवालय के तृतीय तल पर स्थित पुलिस विभाग के सभागार में प्रेसवार्ता कर जानकारी देते हुए बताया 13 जून को थाना मतलौडा में सुनील पुत्र प्रेम सिंह निवासी नारा ने शिकायत देकर बताया था की उसका छोटा भाई सोनू (26) थर्मल के पास सिमेंट फैक्टरी के ठेकेदार रणधीर के पास मेंटीनेंस का काम करता था।
11 जून को हुई थी सोनू की हत्या
सोनू 11 जून को सुबह 8:30 बजे घर से ड्यूटी के लिए गया था। देर सायं करीब 8:50 बजे ड्यूटी के काम खत्म करके घर के लिए चला था जो घर नही पहुंचा। उन्होंने अपने तौर पर तलाश की तो मतलौडा में महिन्द्रा ऐजेंसी के पास सोनू का शव नग्न अवस्था में मिला। शरीर पर चोट के निशान थे। शिकायत में सुनील ने बताया था कि उसके छोटे भाई सोनू की अज्ञात आरोपियों ने हत्या कर शव ऐजेंसी के पास डाल दिया। सुनील की शिकायत पर थाना मतलौडा में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम ने गहनता से छानबीन करते हुए आरेापियों की पहचान व धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।
चार दिन की रिमांड अवधि के दौरान हत्या की तीन वारदातों बारे स्वीकारा
एएसपी विजय सिंह ने बताया पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द आरोपियों की पहचान व धरपकड़ की जिम्मेवारी सीआईए-टू प्रभारी इंस्पेक्टर विरेंद्र सिंह व उनकी टीम को सौपी थी। सीआईए-टू पुलिस की टीम ने विभिन्न पहलुओं पर गहनता से छानबीन करते हुए 27 जून को शक के आधार पर गांव निवासी आशु पुत्र प्रताप को असंध रोड पर दिल्ली पेरलल नहर के पास से गिरफ्तार कर गहनता से पुछताछ की तो आरोपी ने गांव निवासी अपने साथी राकेश के साथ मिलकर सोनू की मतलोडा में शराब ठेके के पास परने से गला दबाकर हत्या करने बारे स्वीकार किया।गहनता से पुछताछ करने के लिए पुलिस टीम ने आरोपी आशु को 28 जून को न्यायालय में पेश कर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर गहनता से पुछताछ की तो आरोपी ने हत्या की ब्लाइंड दो और वारदातों को अंजाम देने बारे में स्वीकारा
आरोपी से पुछताछ में खुलासा
आरोपी आशु गांव निवासी साथी राकेश पुत्र जयभगवान के साथ उसकी बाइक पर सवार होकर 11 जून की देर सायं पानीपत से गांव जा रहे थे। दोनों ने शराब पी हुई थी। रास्ते में थर्मल के पास पहुंचने पर गांव निवासी सोनू पुत्र प्रेम सिंह ने दोनों से लिफ्ट ली। मतलौडा शराब ठेके के पास पहुंचने पर तीनों पास में ही खोखे के पास बैठकर शराब पीने लगे। इसी दौरान मोनू पुत्र बलवान निवासी भालसी भी वहां पर आ गया और तीनों के साथ शराब पीने के बाद वहां से चला गया। बाद में शराब पीने को लेकर आरोपी आशु व राकेश की सोनू के साथ कहासूनी होने पर दोनों ने सोनू की पिटाई करने के साथ ही परने से सोनू का गला दबाकर हत्या कर दी और शव को खोखे के पीछे डालकर दौबारा से शराब पीने लगे।
खेतों में ट्यूबवैल के पास परने से राकेश का गला दबाकर हत्या कर दी
कुछ देर बाद मोनू दौबारा से वहा आ गया और शराब पीने की बात कहते हुए सोनू के बारे में दोनों से पुछने लगा। दोनों को शक हो गया कि सोनू की हत्या बारे मोनू को पता चल गया है। दोनों शराब पिलाने के बहाने मोनू को बाइक पर बैठाकर पानीपत अंसध नाका के पास दिल्ली पैरलल नहर की पटरी पर लेकर आए और मोनू की परने से गला दबाकर हत्या कर मोनू के शव को नहर में डाल दिया। इसके बाद आरोपी आशु साथी राकेश के साथ बाइक से हरिद्वार के लिए पानीपत के चले। आरोपी आशु ने रास्ते में राकेश को शराब पिलाई और शामली से मुज्जफर नगर रोड पर खेतों में ट्यूबवैल के पास परने से राकेश का गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपी को डर था कि राकेश कहीं वारदातों का खुलासा ना कर दे।
शव की शिनाख्त ना होने पर पुलिस ने कर दिया था अंतिम संस्कार
एएसपी विजय सिंह ने बताया थाना समालखा पुलिस को समालखा के नजदीक मोनू का शव 13 जून को नहर में मिला था। शव का पोस्टमार्टम करवा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाही करते हुए शव की पहचान ना होने पर 16 जून को शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। वहीं परिजनों ने 21 जून को मोनू की गुमशुदगी बारे थाने मतलौडा में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज करवाया था। राकेश का शव उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर जिला की तितावी थाना पुलिस को 12 जून को थाना क्षेत्र के एक ट्यूबवैल के पास पड़ा मिला था।
न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया
राकेश के कपड़ों से बरामद दस्तावेजों के आधार पर उसकी पहचान हुई थी। जिसके बाद यूपी पुलिस ने परिजनों से संपर्क साधा था। पुलिस ने मामले में सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया था। यूपी पुलिस द्वारा मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही थी। एएसपी विजय सिंह ने बताया गिरफ्तार आरोपी आशु से चार दिन के पुलिस रिमांड के दौरान मृतक सोनू का मोबाइल फोन बरामद कर रिमांड अवधि पूरी होने पर आरोपी को शनिवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।