(Panipat News) पानीपत। सावन भादों पार्क, आठ मरला में “वेद मंदिर” पानीपत के तत्वाधान में चल रही श्री राम कथा के छठे दिवस का आरंभ वैदिक विदुषी बहन अंजलि आर्या ने धार्मिक आयोजन की महत्ता व उसमें दान के महत्त्व के बारे में बता कर किया। उन्होने आगे संगठन शक्ति के लाभ बताते हुए कहा कि श्रीराम भी संगठन के बल पर ही और अधिक साहस के साथ रावण के साथ लड़ पाए।
भरत के समान भातृ प्रेम भाइयों में होना चाहिए। त्रेतायुग की ये शिक्षा आज भी प्रासंगिक हैं। श्रीराम चन्द्र जी यदि परस्पर भेदभाव करते तो नाही खेवट को चरण पखारने देते ना ही शबरी के बेर खाते। हमें चित्र से चरित्र की ओर बढ़ना चाहिए। “राम के वंशज कृष्ण के बेटे ऋषियों की संतान – तू अपने गौव को पहचान” भजन से पूरा पांडांल गूंज उठा। मुख्यअतिथि धर्मवीर आर्य ( प्रसिद्व उघोगपति एवं समाज सेवी) रहे।
सम्मानित अतिथि ओम प्रकाश मलिक, वंद्या आर्या व संजय शास्त्री, सुरेश आर्य एवं सुनीता आर्या रहे। मंच संचालन गीतेश आर्या एवं चन्द्र ने किया।हिसार से विशेष रूप से श्रीराम कथा श्रवण करने आईं राजेश रानी भी उपस्थित रहीं। अतिथि सम्मान वेद मन्दिर की समिति की संरक्षिका श्रीमती शशि अग्रवाल,मंत्राणी मधु शास्त्री सदस्यों संजीव तेहरी, सुशील चौधरी, सुनील अरोड़ा, सावित्री आर्या, बलजीता यादव, रेखा शर्मा,जेपी गौड, जगदीश सैनी, इन्द्र शर्मा द्वारा किया गया। धन्यवाद आचार्य संजीव वेदालंकार द्वारा कर सभा का समापन किया गया।
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