रक्तदान का कोई विकल्प नहीं होता : माटा 

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There is no option for blood donation
पानीपत। ओमप्रकाश माटा की अध्यक्षता में डेज होटल में एक विशाल ब्लड कैंप लगाया गया, जिसमें मुख्य अतिथि डीएसपी सतीश वत्स रहे इसमें विभु पालीवाल ने यूथ ग्रुप की बहुत ही प्रशंसा की जो सच एक नई सोच ने रक्तदान शिविर लगाया जिस में 148 लोगों ने रक्तदान किया, जिसमें प्रधान सचिन माटा ने कहा कि रक्तदान का कोई विकल्प नहीं होता। अगर आप रक्तदान करते हैं तो आपके द्वारा दिया गया। रक्त किसी अजनबी की जान को बचा सकता है। यह महादान है। सचिव जसपाल ने कहा जो लोग रक्तदान करते हैं उनके शरीर में कमी नहीं आती ना ही वह बीमार पड़ते हैं। रक्तदान देने पर और 24 घंटे में पूरा हो जाता है। सच-एक नई सोच ऐसी संस्था है, जिसमें सभी जवान बच्चे हैं यूथ ग्रुप के बच्चों की एक ही सोच है कि हमें हर जरूरतमंद की सहायता करनी है।

बहुत नेक काम करती है संस्था 

गरीब लड़कियों की शादी में सहायता जिन लोगों को भरपेट खाना नहीं मिलता या जिनके सर के ऊपर छत नहीं है। बहुत सारे बच्चे पढ़ना चाहते हैं लेकिन धन की कमी के कारण वो पढ़ नहीं पाते या जो बच्चियां शादी लायक हो गई हैं। उनका परिवार शादी करने में असमर्थ है या जो मरीज जिन्हें इलाज की जरूरत है और अपना इलाज करने में असमर्थ हैं। यह संस्था सच एक नई सोच है मदद करना संस्था का एक ही संकल्प है जीन की खुशियों का कारण बनना यह जरूरी नहीं कि आप इनकी धन के साथ मदद करें अगर आप अपना थोड़ा सा समय उनके लिए निकाल सकते हैं तो सच एक नई सोच की यही सोच है यह संस्था हर सप्ताह जन सेवा दल अपना आशियाना में उन बुजुर्ग मंदबुद्धि विकलांगों की सेवा के लिए जाती है जिनका अपना कोई नहीं है।
ओ पी माटा द्वारा सीनियर सिटीजन संस्था को एक एयर कंडीशन भी दिया गया और आगे भी इसी प्रकार हर जरूरतमंद की सहायता के लिए यह संस्था आगे आएगी। जन सेवा दल से चमन गुलाटी ने ऐसी संस्था का धन्यवाद किया और कहा कि आप इसी प्रकार आगे बढ़ते रहो जन सेवा दल हमेशा आपके साथ रहेगा। सचिन माटा की संस्था अतरंगी ने भी रक्तदान में बहुत सहयोग किया एवं विपुल शाह, विक्की कतयाल, अंकित भाटिया, कांति शर्मा, हिमांशु शर्मा, नितिन अरोड़ा, प्रवीण जागलान सभी ने इस संस्था की दिल से तारीफ की। प्रधान सचिन माटा व जसपाल सिंह, प्रिंस जुनेजा, मोहित कश्यप, संजय कश्यप और सभी सेवादार और जन सेवा दल की सभी टीम‌ सभी रक्तदाताओं का स्मृति चिन्ह देकर धन्यवाद किया।