आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। पानीपत पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सैल की टीम ने गत जून माह में जीटी रोड पर फ्लौरा कट के सामने नाकाबंदी कर स्विफ्ट कार सवार सोनीपत के सलीमसर माजरा निवासी नशा तस्कर आरोपी राजेश पुत्र रोहताश व राजेन्द्र पुत्र रामदिया को 1 किलो 600 ग्राम चरस सहित ड्यूटी मैजिस्ट्रेट की उपस्थिति में गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि दोनों आरोपी एक स्वीफट डिजायर कार में हिमाचल प्रदेश से मादक पदार्थ लेकर तस्करी करने के लिए जीटी रोड से होते हुए सोनीपत की ओर जाएंगे। बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब ढ़ाई लाख रुपए कीमत बताई जा रही थी।
हिमाचल प्रदेश से डेढ़ लाख रुपए में खरीद कर लाए थे
एंटी नारकोटिक्स सैल टीम इंचार्ज सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया आरोपियों से बरामद चरस को कब्जा पुलिस में लेकर थाना आद्यौगिक सेक्टर 29 में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम ने गहनता से पूछताछ की तो दोनों आरोपियों ने उक्त चरस सुखीराम निवासी चाहड़ी कुल्लू हिमाचल प्रदेश से डेढ़ लाख रुपए में खरीद कर लाने बारे स्वीकारा था। आरोपी राजेश व राजेन्द्र को न्यायिक हिरासत जेल भेजने के बाद पुलिस टीम ने आरोपी नशा सप्लायर सुखीराम की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।
आरोपी पुलिस पकड़ से बचने के लिए ठीकानें बदल कर छूपकर रह रहा था
सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया ने आरोपी सुखीराम की धरपकड़ के लिए पानीपत एंटी नारकोटिक्स सैल की टीम हिमाचल प्रदेश में आरोपी के संभावित ठीकानों पर दबिश दे रही थी। आरोपी पुलिस पकड़ से बचने के लिए ठीकानें बदल कर छूपकर रह रहा था। शनिवार को एंटी नारकोटिक्स सैल की टीम ने गुप्त सूचना पर दबिश देते हुए बंजार बस अड्डा जिला कुल्लू हिमाचल प्रदेश से आरोपी सुखीराम को काबू करने में कामयाबी हासिल की। आरोपी सुखीराम ने पूछताछ में राजेश व राजेन्द्र को चरस बेचने बारे स्वीकारा।
लोगों से थोड़ी थोड़ी मात्रा में चरस खरीदकर अवैध तस्करी का धंधा करता है
आरोपी ने चरस बेचकर हासिल किये डेढ़ लाख रुपए में से ज्यादातर पैसे खाने पीने में खर्च कर दिए बचे 2 हजार रूपए आरोपी सुखीराम के कब्जे से बरामद कर पुलिस टीम ने आरोपी को रविवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया। सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया आरोपी सुखीराम के खिलाफ हिमाचल प्रदेश में भी एनडीपीएस एक्ट के दो मुकदमें दर्ज है। आरोपी सार्टकट तरीके से पैसे कमाने की चाहत में हिमाचल में अपने गांव के आस पास के क्षेत्र में लोगों से थोड़ी थोड़ी मात्रा में चरस खरीदकर अवैध तस्करी का धंधा करता है।