पानीपत। एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में छात्राओं के लिए स्थापित ‘ब्यूटी एंड वेलनेस विभाग’ के अंतर्गत मेहंदी कला कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमे कॉलेज के सभी संकायों से 50 छात्राओं ने हिस्सा लेकर मेहंदी लगाने का प्रशिक्षण लिया। कार्यशाला में मेहंदी लगाने में पारंगत प्रशिक्षिका ज्योति ने शिरकत की और मेहँदी लगाने के तरीकों और विविध डिजाइनों के बारे में छात्राओं को प्रशिक्षित किया । कार्यशाला की विधिवत शुरुआत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा और इस कोर्स की समन्वयक डॉ मोनिका खुराना ने की।
एसडी पीजी कॉलेज में छात्राओं के लिए ‘ब्यूटी एंड वेलनेस विभाग’ द्वारा मेहँदी कला कार्यशाला का आयोजन
विदित रहे कि इस कोर्स को सुचारू रूप से चलाने के लिए एवं आत्मनिर्भर मिशन के अंतर्गत ‘अर्न वाइल यू लर्न’ के तहत छात्राओं के लिए ‘द आर्ट ऑफ़ ग्रूमिंग: द ग्रूम रूम’ भी कॉलेज में स्थापित किया गया था। इस कोर्स की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि कोर्स के लिए किसी भी छात्रा से कोई भी फीस या शुल्क नहीं लिया जाता है और तो और ब्यूटी सेंटर में प्रयोग होने वाली सभी वस्तुओं और साजो-सामान की लागत भी कॉलेज ही वहन करता है। ज्योति प्रशिक्षिका ने मेहंदी से संबंधित कुछ टिप्स दिए। उन्होंने बताया चीनी के घोल से मेहंदी गाढ़ी हो जाती है।
छात्राओं ने लिए मेहँदी लगाने और विविध डिजाइन बनाने के टिप्स
इसमें नींबू मिलाकर लगाने से मेहंदी चटक उतरती है। हमें रुई की मदद से नींबू-चीनी के घोल को मेहंदी पर लगाना चाहिए और सूखने तक इसे छोड़ देना चाहिए। जब मेहंदी पूरी तरह से छूट जाए तो इस मिश्रण को हाथ पर दोबारा लगाएं। मेहंदी को कम से कम 5 घंटे तक हाथ पर लगे रहने देना चाहिए। उन्होंने विविध डिजाइंस भी छात्राओं को बनाकर सिखाए। प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि ‘ब्यूटी एंड वेलनेस कोर्स’ की विधिवत शुरुआत कॉलेज इतिहास में छात्राओं के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई है। इस कोर्स को शुरू करने का उद्देश्य छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाना है और उन्हें खुद कमाई करने के लिए प्रौत्साहित करना है। डॉ मोनिका खुराना ने कहा कि ब्यूटी सेंटर का कोर्स एवं मेहंदी लगाने की कला सीखने के बाद छात्राएं अपना फ्री लांस ब्यूटी सेंटर खोल सकती है। इसके अलावा ब्यूटी सेंटर के काम को सीखने के बाद घर पर भी ब्यूटीशियन का काम किया जा सकता है। इस कोर्स की वर्तमान में भारी मांग है।