जो पूर्ण है वाही गुरु है : दाऊ जी महाराज

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Panipat News/The one who is perfect is the guru: Dau Ji Maharaj
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आज समाज डिजिटल, Panipat News :
पानीप। श्री अवध धाम सेवा समिति एवं श्री गुरु कृपा सेवा समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित श्री गुरु पूर्णिमा एवं व्यास पूजन महोत्सव अवध धाम मंदिर के पावन प्रांगण में और धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विख्यात ज्योतिष आचार्य पंडित दाऊजी महाराज ने की एवं कार्यक्रम में पावन सानिध्य एवं प्रवचन राधे-राधे जी महाराज के रहे। इस अवसर पर भजन सम्राट सतीश अनेजा ने अपनी पूरी टीम के साथ व्यास पूजन एवं गुरु पूर्णिमा एवं पादुका पूजन महोत्सव में अपने भजनों के माध्यम से भाव प्रकट किए। सतीश अनेजा की पूरी टीवी टीम ने भजनों के माध्यम से समा बांध के रखा भजनों में भक्तों ने खूब नित्य किया।

नाम दीक्षित शिष्यों ने  राधे राधे जी महाराज का पूजन किया

इस अवसर पर फरीदाबाद, मुरादाबाद, पंजाब, उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश से भी भक्तों का ताता गुरु पूजन करने के लिए अवध धाम मंदिर में लगा रहा। जहां व्यासपीठ पर विराजमान पंडित राधे-राधे महाराज से नाम दीक्षित शिष्यों ने  राधे राधे जी महाराज का पूजन किया। वहीं दाऊजी के अनुयायियों ने भी प्रातः काल की बेला से ही दाऊ का पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। सर्वप्रथम नगर के विभिन्न कोणों एवं देश के विभिन्न प्रांतों से पधारे शिष्यों ने व्यास मंच पर विराजमान राधे-राधे जी महाराज एवं दाऊजी महाराज को तिलक लगाकर पूजन किया एवं मंगल आरती की पुष्पमाला एवं भेंट अर्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

मां ही सर्वप्रथम बच्चे की गुरु कहलाती है

इस अवसर पर व्यास मंच पर विराजमान वेदव्यास स्वरूप पंडित राधे-राधे महाराज ने कहा गुरु ही पूर्ण होता है, इसलिए वह गुरु पूर्णिमा के दिन ही आता है जो पूर्ण है जो संपूर्ण हैं, जो समस्त है, जो मस्त है वही गुरु है। मां प्रथम पाठशाला की प्रथम गुरु कहलाती है। मां ही सर्वप्रथम बच्चे की गुरु कहलाती है। क्योंकि वही इस समाज में लाने वाली होती है। समाज के नाते रिश्ते मां से ही प्रारंभ होते हैं। जो परमार्थ, धर्मार्थ के मार्ग पर ले जाए, सही रास्ते का मार्गदर्शन करें वही सच्चा गुरु होता है शास्त्रों में ऐसा वर्णित है। इस अवसर पर दाऊजी महाराज ने कहा की गुरुभक्ति परमात्मा की भक्ति से श्रेष्ठ मानी गई है ऐसा शास्त्र कहते हैं गुरु के बिना भक्ति संभव नहीं और भक्ति के बिना परमात्मा संभव नहीं। गुरु गोविंद से बड़े हैं, क्योंकि गोविंद को मिलाने वाले हैं गुरु, इसलिए गुरु के प्रति सच्ची निष्ठा एवं आस्था रखना ही भगवान की भक्ति है।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर प्रसिद्ध समाजसेवी एवं नगर पार्षद विजय जैन, निगम पार्षद लोकेश नांगरू, निगम पार्षद पवन राणा, डॉ रमेश चुग, रविंद्र सैनी, नंद किशोर छाबड़ा धीरज छाबड़ा, योगेश रतन गुप्ता ,तिलक राज मिगलानी, राजकुमार झाब, सुरेश असीजा, एडवोकेट कमल राणा, डॉ,अनुरुध तगरा, ओम प्रकाश विरमाणी, सुभाष भनोट, कपिल महेंद्रु, पवन गोस्वामी, मोहन लाल सैनी, समाजसेवी वेद पराशर, सतीष अनेजा, नीटू मिगलानी, ओमप्रकाश वाधवा, रमेश सरपंच, विक्की, अमित मक्कर, अनिल शर्मा आदि मौजूद रहे।

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