जीवन में कठिनाई के पल हमेशा कुछ ना कुछ शिक्षा ही देकर जाते हैं: आचार्य

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Panipat News/The moments of difficulty in life always go by giving some education: Acharya
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आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। महर्षि दयानन्द संस्थान वेद मन्दिर का सप्ताहिक सत्संग मार्गदर्शक महान समाजप्रेरक, वेद मर्मज्ञ, वैदिक प्रवक्ता आचार्य संजीव वेदालंकार के जन्मदिवस के रूप में मनाया गया, जिसमें यज्ञब्रह्म ब्रह्मचारी आचार्य पवन वीर रहे, जोकि गुरुकुल खतौली, दुदली मुजफ्फरनगर से ब्रह्मचारी आनन्द जी के साथ वेद मन्दिर में हमारे विशेष आग्रह पर पधारे। आज के हमारे यजमान सोनिया-संजीव वेदालंकार जी रहे। ब्रह्मचारी आनन्द ने ईश्वरीय यज्ञ प्रार्थना संस्कृत में गाकर अपना स्नेह आर्शीवाद द्वारा यजमानों को पुलकित किया।

तिरस्कार करे तो… उसे प्रसाद के रुप में ग्रहण करना सीखें

आचार्य संजीव ने अपने नाम के सात अक्षरों के सात केक काटकर बच्चों में बाँटकर समाज के प्रति अपने कर्तव्य निर्वहन की प्रतिज्ञा ली। वेद मन्दिर में आचार्य संजीव वेदालंकार जी के द्वारा प्रतिदिन लगभग 50 से अधिक आर्थिक रुप से कमजोर बच्चों एवं महिलाओ को संध्या पाठ का अध्ययन करवाया जाता है तथा प्रवचन द्वारा सुखमय जीवन जीने की कला सिखाई जाती है। आचार्य कहते है कि दुनिया तुम्हारी अच्छाई करे सम्मान करे तो उसे विष के समान समझना और बुराई करे, तिरस्कार करे तो उसे प्रसाद के रुप में ग्रहण करना सीखें। जीवन में कठिनाई के पल हमेशा कुछ ना कुछ शिक्षा ही देकर जाते हैं। भगवान राम का जीवन कितना संघर्षों से भरा था, लेकिन उन्होंने कभी मर्यादा नहीं छोड़ी, तभी मर्यादापुरुषोत्तम रामचन्द्र भगवान के रुप में प्रसिद्ध हुए।

भजन द्वारा आचार्य को सबकी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की

प्रधान सरिता आहूजा व मंत्राणि ज्योति ठकराल ने एक सुन्दर भजन द्वारा आचार्य को सबकी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की। मंच संचालन करते हुए धीरज कपूर ने बड़े भावनात्मक रुप से अपने जीवन में हुए अथाह बदलाव का पूर्ण श्रेय आचार्य को ही दिया और प्रधान सुरेश आहूजा ने वेद मन्दिर के सभी सदस्यों व पदाधिकारियों की तरफ से पगड़ी व शाल पहनाकर आचार्य को शुभकामनाएं प्रेषित की। धन्यवाद व शान्तिपाठ द्वारा कार्यक्रम का समापन हुआ। जिसमें विशेष तौर पर सुशील फौजी, रामचन्द्र गाल्हयाण, राणा ठकराल, कमलेश हरिकिशन लाम्बा, रमेश ठकराल, संगीता आहूजा, शक्ति ठकराल, हैप्पी मैहता, सोनिया आर्या, सुमित्रा सतपाल बन्धु का परिवार रहा।

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