आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। महर्षि दयानंद दूरदर्शिता रखते हुए इस पूर्ण संसार को एक सूत्र में बांधना चाहते थे। जिसके लिए उन्होंने अपना पूर्ण जीवन इस संसार को सौंप दिया और उन्होंने वेदों के मार्ग पर चलते हुए प्रत्येक प्राणी का शारीरिक आत्मिक व सामाजिक उन्नति करना मुख्य उदेश्य रखा जोकि आज के परिवेश में पूर्णतः सटीक बैठता है, क्योंकि जब प्रत्येक अपने अपने स्वार्थ के लिए कार्य करता है तो समाज का उत्थान होना संभव नहीं होता। ऐसी महान विभूति का जन्मोत्सव 12 फरवरी को मनाया जा रहा है जो कि 199 वां जन्मोत्सव है और 200 वीं जयंती कि ओर बढ़ता हुआ एक कदम है।
एक वैदिक संग्राहलय का शुभारम्भ किया गया
कल 12 फरवरी को महर्षि जी का 199 जयंती है। स्वामी जी ने सामाजिक कुरूतियों को दूर करने के लिए भारत को विदेशी ताकतों से आजाद करने के लिए वैदिक आर्य संस्कृति को बचाने के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया था। आज जहां पूरा विश्व उनकी ये जयंती मना रहा है, वहीं भारत वर्ष में ये कार्यक्रम देश की राजधानी नई दिल्ली में हो रहा है जिसकी अध्यक्षता आदरणीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे है। वहीं आर्य समाज मॉडल टाउन में भी पिछले एक वर्ष से तयारियों में लगा है। इसी कड़ी में यहाँ पर एक वैदिक संग्राहलय का शुभारम्भ किया गया है, जिसे हजारों संख्या में स्कूल के बच्चे देख चुके है। इसी कड़ी में महर्षि जी का सपना कि सभी आर्यों को संस्कार देने के लिए शीघ्र ही संस्कार केंद्र खोला जाएगा। जिसका निर्माण आर्य समाज मॉडल टाउन के परिसर में आरंभ हो चुका है।
महर्षि दयानंद चौक का होगा अनावरण
सांसद संजय भाटिया, मेयर अवनीत कौर, विधायक प्रमोद विज एवं पार्षद लोकेश नांगरु के प्रयत्न स्वरूप आर्य समाज के बाहर के चौक का नाम महर्षि दयानंद चौक सरकार द्वारा पारित किया गया है, जिसका अनावरण सांसद संजय भाटिया एवं पार्षद लोकेश नांगरु द्वारा इस अवसर पर किया जाएगा। कल ही 12 फरवरी को प्रातः 8:30 बजे यज्ञ प्रारम्भ होगा और स्वामी की जीवनी पर भजन एवं प्रवचन होंगे और मोदी का दिल्ली के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी आर्य समाज में प्रांगण में होगा। कार्यक्रम में केन्द्रीय सभा की प्रधाना बेला भाटिया भी उपस्थित होंगी।
ये जानकारी प्रधान शशिकान्त चट्टा एवं प्रधाना अल्का आहूजा द्वारा दी गई है व इस कार्य में रमेश बजाज व चंद्र मोहन गुलाटी भी साथ रहे।