पानीपत। हरियाणा की शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने आर्य महाविद्यालय के सभागार में जिला स्तरीय विद्यालय प्रबंधन समिति प्रशिक्षण एवं सम्मेलन में शनिवार को बतौर मुख्य अतिथि कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश भर में शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव व सुधार हुआ है। सरकार का लक्ष्य शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश को जीरो ड्रॉप आउट बनाने का है व इस पर बेहतरीन तरीके से कार्य हो रहा है। वर्तमान में साढ़े 14 हजार सरकारी स्कूलों में 25 लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह सरकार के प्रति अभिभावकों के भरोसे का परिणाम है। शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा लगाई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया व बच्चों व जिला स्तरीय स्कूल प्रबंधन समिति सदस्यों को भी सम्मानित किया। उन्होंने शिक्षा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिन सरकारी स्कूलों में अभिभावक अपने बच्चों को दाखिला दिलवाने में संकोच करते थे, आज उन स्कूलों के बच्चे आईआईटी में प्रवेश पा रहे हैं। यह अभिभावकों के सरकारी स्कूलों के प्रति बढ़े विश्वास का परिणाम है। उन्होंने कहा कि वे सभी मूलभूत सुविधाएं सरकारी स्कूलों में बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही है जो निजी स्कूलों में मिलती हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान प्रदेश में अध्यापकों को टैब मुहैया कराने वाला हरियाणा पहला राज्य है। उन्होंने कई अभिावकों से शिक्षा के क्षेत्र को और कैसे अच्छा बना सकते हैं, के सुझाव मांगे। शिक्षा मंत्री ने स्कूलों में किचन , शेड व रसोई बनाने का भी आश्वासन दिया। जिले में 27 स्कूलों को हाई टेक किया जा रहा है।इस मौके पर भाजपा की प्रदेश महामंत्री डॉक्टर अर्चना गुप्ता, जिला भाजपा अध्यक्ष दुष्यंत भट्ट, पूर्व मेयर अवनीत कौर, एसडीएम मनदीप सिंह, डीईओ सुभाष चंद्र भारद्वाज, अतिरिक्त निदेशक नीरज शर्मा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी राकेश बूरा सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रिंसिपल, बीआरसी और अध्यापक तथा जिलेभर से विभिन्न विद्यालयों की प्रबंध समिति के सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में शिक्षा मंत्री व पंचायत मंत्री महिपाल ढांडा को शिक्षा विभाग की ओर से स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।