आज समाज डिजिटल, Panipat News :
पानीपत। मैं अपने दुश्मनों से बचता फिरता था, लेकिन धोखेबाज तो अपने ही थे…. उक्त भाव हर उस पीड़ित जेहन से निकलना लाजिमी है, जिसने ‘अपने.. नजदीकी…विश्वसनीय’….व्यक्ति से धोखा खाया हो और एक ऐसा ही धोखा मिला है गांव बराना निवासी शिवकुमार को। जहां उसी के बेहद करीबी दोस्त विनोद पुत्र अंग्रेज़ निवासी गांव बराना ने मासूम रौनक को मौत के घाट उतार कर शिवकुमार के घर की रौनक ही छीन ली। परिजनों के मुताबिक काफी मन्नतों के बाद दो बहनों के बाद घर में रौनक पैदा हुआ था, लेकिन अपने ही पिता के दोस्त के हाथों मारा गया।
उल्लेखनीय है कि जिले के गांव बराना से 20 जून की दोपहर से लापता 8 वर्षीय दूसरी कक्षा के छात्र रौनक का शव तीसरे दिन बुधवार सुबह करीब 10 बजे गांव के ही तालाब से बरामद हुआ। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने गांव में पुलिस तैनात कर दी है।
सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग
कहीं से कोई सुबूत न मिल पाने पर पुलिस ने मंगलवार दोपहर को मामले में संदिग्ध चल रही मां और ताई को हिरासत में लेकर सीआईए स्टाफ में ले जाकर पूछताछ की थी, मगर उनसे पूछताछ में कोई सुराग हाथ नहीं लगा। इसके बाद पुलिस ने फिर से अपहरण किए जाने वाली जगह के साथ वाले मकान के बाहर लगे दोनों सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग फिर से चैक की। इस दौरान बहुत ही बारीकी से देखने पर बच्चे को अपने साथ ले जाता हुआ गांव का ही एक युवक नज़र आया। युवक को पुलिस ने राउंडअप किया तो मामले से पर्दा उठ गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान विनोद पुत्र अंग्रेज व संजय पुत्र नरेश निवासी बराना पानीपत के रूप में हुई।
फुटेज को खंगालते हुए संदिग्ध लोगों से पुछताछ कर रही थी पुलिस
एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया थाना सेक्टर 13-17 में 20 जून को गांव बराना निवासी महिला सीमा पत्नी शिवकुमार ने उसके 8 वर्षीय बच्चे रौनक के अपहरण होने व 15 लाख रुपए की फिरौती मांगने बारे शिकायत देकर बताया था। सीमा की शिकायत पर थाना सैक्टर 13-17 में तुरंत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 364ए के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाही अमल में लाते हुए मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने अपहृत बच्चे को जल्द से जल्द सकुशल बरामद करने व आरोपियों की धरपकड़ के लिए थाना सेक्टर 13-17 पुलिस की टीम के अतिरिक्त सीआईए-वन व सीआईए-टू की टीमों को विशेष जिम्मेवारी सौंपी गई थी। पुलिस टीमें बच्चे को बरामद करने व आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार विभिन्न पहलुओं पर गहनता से छानबीन करते हुए व आस पास लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद फुटेज को खंगालते हुए संदिग्ध लोगों से पुछताछ कर रही थी।
न्यायालय में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया
सीआईए-वन प्रभारी इंस्पेक्टर राजपाल सिंह व उनकी टीम ने बुधवार सुबह ग्राम वासियों के सहयोग व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गांव निवासी विनोद पुत्र अंग्रेज व संजय पुत्र नरेश से गहनता से पुछताछ की तो आरोपियों ने 8 वर्षीय रौनक का अपहरण व हत्या करने बारे स्वीकारा। आरोपियों की निशानदेही पर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट की उपस्थिति में बच्चे के शव को गांव बराना में जोहड़ से बरामद किया गया। एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया बच्चे के शव का सिविल अस्पताल में डाक्टरों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के हवाले करने के बाद पुलिस टीम ने गिरफ्तार दोनों आरोपियो से गहनता से पुछताछ करने, वारदात में प्रयोग बाइक व पैन बरामद करने के लिए आरोपी विनोद व संजय को न्यायालय में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया।
आरोपियों से प्रारंम्भिक पुछताछ में खुलासा
आरोपी विनोद अपहृत बच्चे के पिता शिवकुमार के साथ साझे में खेती करता है। आरोपी विनोद का शिवकुमार के घर आना जाना था और उसको शिवकुमार के पास पैसे होने बारे जानकारी थी। आरोपी विनोद व संजय की आपस में गहरी दोस्ती है। आरोपी संजय राज मिस्त्री का काम करता है। दोनों ने अपने उपर चढ़े कर्ज उतारने के लिए करीब 10 दिन पहले खेत में बैठकर शिवकुमार के 8 वर्षीय बेटे रौनक का अपहरण करने की योजना बनाई। आरोपी विनोद ने संजय को बताया था की शिवकुमार का पूरा परिवार उसको अच्छे से जानता है इसलिए किसी को उसके उपर अपहरण का शक भी नहीं होगा।
सीसीटीवी कैमरा से बचने के लिए दूर खड़े होकर इशारा किया इशारा
20 जून को सुबह समय करीब 10:40 पर दोनों आरोपी बाइक पर सवार होकर गांव बबैल की तरफ से आ रहे थे तो आरोपी संजय ने 8 वर्षीय मासूम रौनक को गली में अकेले खेलते हुए देखा। वह बाइक से नीचे उतर गया और संजय को खेत में भेज दिया। आरोपी ने घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा से बचने के लिए दूर खड़े होकर इशारा कर रौनक को अपने पास बुलाया और खेत में बाग से आम देने की बात कह बहला फुसलाकर बच्चे रौनक को अपने साथ बाग में ले गया। वहां पर आरोपी संजय भी आ गया।
पहचान उजागर होने के डर के चलते मासूम रौनक का मुंह व गला दबाकर हत्या
मासूम रौनक (8) आरोपियों से बचने के लिए भागने का प्रयास व चिल्लाने लगा। दोनों आरोपियों ने अपनी पहचान उजागर होने के डर के चलते मासूम रौनक का मुंह व गला दबाकर हत्या कर शव बोरे में डालकर साथ ही बोरे में 3-4 ईंट भी डाल दी और बोरे को बांधकर खेत से करीब 70 मीटर की दूरी पर स्थित जोहड़ में डाल दिया। अपहरण के आधे घंटे के अंदर ही मासूम बच्चे की हत्या कर दी गई थी। वहीं रौनक की हत्या से पूरे गांव में डर का माहौल बना हुआ है। परिजनों का रो रो कर भूरा हाल है और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें : खुल गया प्रगति मैदान सुरंग, पीएम मोदी ने किया टनल और अंडरपास का उद्घाटन